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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palअचला कुकरेती, एक बहुआयामी प्रतिभासंपन्न लेखिका और शिक्षाविद हैं। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई तत्पश्चात उच्च माध्यमिक शिक्षा सेंट थॉमस स्कूल, न्यू दिल्ली से की गई थी। उच्च शिक्षा --एम.ए. (हिंदी और अंग्रRead More...
अचला कुकरेती, एक बहुआयामी प्रतिभासंपन्न लेखिका और शिक्षाविद हैं। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई तत्पश्चात उच्च माध्यमिक शिक्षा सेंट थॉमस स्कूल, न्यू दिल्ली से की गई थी। उच्च शिक्षा --एम.ए. (हिंदी और अंग्रेजी), बी.एड., और एम.एड.। अपने करियर के दौरान, अचला ने शिक्षक,विद्यालय प्रमुख और शैक्षिक समन्वयक के रूप में विभिन्न शैक्षिक संस्थाओं केसाथ कार्य किया है। उनकी रुचियाँ शैक्षिक क्षेत्र के परे पठन,लेखन,कविता नाटक व संगीत में भी है। अचला के साहित्यिक योगदानों में "हंस" और "पालिका समाचार" जैसी महत्वपूर्ण हिंदी पत्रिकाओं में प्रकाशित कविताएं शामिल हैं। उनकी बच्चों के लिए कविताओं का संग्रह, "बातें कैसी कैसी," 2022 में प्रकाशित हुआ। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में निपुण, अचला भाषा सीखने और उसके प्रयोग में विशेष रुचि रखती हैं । कविता उन के विचार में स्वयं से साक्षात्कार के क्षणों व संवाद का प्रतिफल है और समाज व संस्कृति से परे मनुष्य मात्र से जुड़ने का गुण रखती है ।हिंदी कविताओं का अंग्रेज़ी अनुवाद इसी दिशा में एक क़दम है।
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अचला कुकरेती का यह कविता संग्रह अपने अन्तर्मन से सहवास के कुछ साँझा किये जाने योग्य क्षणों को शब्दों में प्रकट करने का प्रयास है। कविता रूप में मन में स्वतः जन्मे भाव एवं विचार
अचला कुकरेती का यह कविता संग्रह अपने अन्तर्मन से सहवास के कुछ साँझा किये जाने योग्य क्षणों को शब्दों में प्रकट करने का प्रयास है। कविता रूप में मन में स्वतः जन्मे भाव एवं विचार यद्यपि किसी भाषा विशेष के सामाजिक और सांस्कृतिक परिवेश एवं अंतर्संबंधों की छाया में पल्लवित होते हैं, उनमें भाषा से परे हर सुधी व भावुक मानव मात्र के मन को छू लेने की कैफ़ियत होती हैं ।
कविता प्रेमी एक बड़े पाठक वर्ग तक पहुँच पाने के उद्देश्य से मूल रूप से हिंदी में लिखी कविताओं काअँग्रेज़ी में अनुवाद भी किया गया है। सुधी पाठक इसे पसंद करेंगे, इसी अपेक्षा एवं कामना के साथ हिंदी तथा अँग्रेज़ी के पाठकों को समर्पित है
बचपन के कौतूहल और भाषा की ध्वन्यात्मकता का मेल हैं बातें कैसी कैसी में संकलित कविताएँ, जो बोलने, सुनने में तो मजे़दार हैं ही, साथ में कुछ में सहज संदेश भी हैं और जानकारी भ
बचपन के कौतूहल और भाषा की ध्वन्यात्मकता का मेल हैं बातें कैसी कैसी में संकलित कविताएँ, जो बोलने, सुनने में तो मजे़दार हैं ही, साथ में कुछ में सहज संदेश भी हैं और जानकारी भी।
तीन- साल के बच्चों से ले कर 10-11 वर्षतक के बच्चे इन्हें सुन कर या स्वयं पढ़ कर इन का आनंद उठा सकते हैं। ये कविताएँ बच्चों और बड़ो दोनों को पसंद आएँगी ऐसी आशा है।
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