अश्रुत श्रव्य' कथेतर गद्य की विविध विधाओं में लिखी गई 31 रचनाओं का संकलन है। इनमें शोध पत्र, शोधपरक आलेख, तथ्यात्मक लेख, भ्रमण वृत्तांत, साक्षात्कार, पत्र, संवाद, भेंटवार्ता, साक्षात्कार, मीमांसा, पुस्तक समीक्षा, पुस्तक भूमिका, रिपोर्ताज, प्रस्तावना, सम्पादकीय, टिप्पणी, अनुवाद, भाषण व परिचर्चा आदि को स्थान मिला है। ये विधाएँ कल्पना, गल्प, और स्वप्न की बजाय यथार्थ के बीज से तथ्यों की ठोस भूमि पर विवेक की उर्वरा से भाषा की सम्पन्नता के पुष्पों