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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal यह कहानी है किसी के अधूरेपन कि, ये कहानी है उस हर इंसान की जो तन्हा है भरी भीड़ में भी।
लेखक ने सिर्फ खुदको ही नहीं , सभी की इस कहानी में लिखा है।
ये किताब एक जिंदगी के दौर की दर्शाती है, पूरे जीवन की दर्शनिकता इस किताब में नहीं है। इस किताब में केवल एक दौर ही दर्शाया गया है सामाजिकता को इंगित करते हुए जो जीवन पर तंज कसे गए है तो कहीं जीवन की मार्मिक अभव्यक्ति भी है। एक सफ़र कहीं अधूरा था उस पुरा करने की कोशिश की है ।
नए वर्ष की खुशी ,तो कहीं खुश रहने का नाटक बहुत ही सुंदर ढंग से दर्शाया गया है।
पढ़िए आप बहुत कुछ छुपा है और भी।
शुभम साहू
किताब को लिखने वाले कोई लेखक नहीं है। लेखक को लिखने का बचपन का शौक था उन्होंने बचपन में कुछ कविताएं, कहानियां लिखी बाद में उन्हें शायरी का रूप दे दिया उन्होंने जेईई मेंस भी क्लियर की बाद में उनके घरेलू समस्या के चलते उन्होंने कॉलेज नहीं लिया और बी. ए. करने लगे । लेखक राजस्थान में झालावाड़ जिले के अकलेरा से है उनकी वहा एक दुकान भी है : मधु श्री कलेक्शन नाम से
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कही किताब इनकी पब्लिश हो चुकी है!
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