जी नमस्कार,
मैं अंकिता द्विवेदी बक्सर से आप सबके बीच वापस आई हूं, एक ऐसे किताब लेके जिसमें बहुत से लेखकों के द्वारा लिखी और कविता कहानियां पढ़ने को मिलेंगी, ये किताब भावनाओं को समझने के लिए लिखी गई हैं, इसके सभी ने अपनी जिंदगी अपनी कल्पना और अपने भावनाओं को लिखा हैं, इसमें से कुछ काल्पनिक तो कुछ वास्तविक हैं, इसका उद्देश्य किसी को भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं हैं, बल्कि भावनाओं को जोड़ना