कालजयी हिन्दी कहानियाँ : विविध संदर्भ शीर्षक से हिन्दी की प्रमुख कहानियों का विवेचन इस पुस्तक में किया गया है। जिसमें जीवन के विविध यथार्थों का प्रस्तुतीकरण जिन कहानियों में हुआ है, उन पर गंभीर लेखों का संचयन इस पुस्तक की विशेषता है। उसने कहा था, पूस की रात से लेकर मध्यवर्गीय जीवन की विडंबनाओं को प्रस्तुत करने वाली वापसी, यही सच है के साथ -साथ मनोविज्ञान पर आधारित कहानी पत्नी, रोज ईदगाह और पाजेब पर गंभीर दृष्टि से विचार किया गया है।