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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palयह पुस्तक “मरासिम-ए-मोहब्बत
” मेरी कलम से ननकली हुई मेरे जज़्बातों की आवाज़ है । “मरार्सम- ए – मोहब्बत “ कादहंदी अथि है , “प्यार का ररश्ता” । इस पुस्तक में मेरी कुछ नज़्म , कववता , ग़ज़ल मौजूद हैं । आप सभी पाठकों को से तह ददल से ववनती है कृपया आप इसे ददल से पड़े और ददल से ही हौसला – अफजाई करें । आप यहां मौजूद मेरी कववता , नज़्म एवं ग़ज़लें पड़कर अपने जज़्बात से र्मल सकते हैं । बहुत बार ऐसा होता है , हमारी स्ज़ंदगी में घदटत होने वाली घटना एक जैसी होती है परंतु हम उसे शब्दो में वपरो कर बयां नही कर पाते । मुझे आशा है आप अपने उन घटनाओं को यहां मौजूद कववता , नज़्म एवं ग़ज़ल से समझ सकते हैं एवं बयां कर सकते हैं । मुझे आशा है , आप सभी अपना प्यार इस पुस्तक को ज़रूर देंगे एवं मेरे कलम की हौसला - अफजाई करेंगे
तरुण सक्सेना तन्मय
यह हैं इंजीनियर तरुण सक्सेना , यह एक इंजीनियर हैं , यह एक पारिवारिक व्यक्ति हैं , छोटा है परिवार , पर बहुत प्यारा है । यह व्यवसायक तौर पर बिजनेसमैन हैं , तथा दिल से एक लेखक हैं । यह डॉ राहत इन्दोरी जी को बहुत मानते हैं तथा उनके ही दिखाए मार्ग पर चलते हैं और उम्दा से उम्दा रचनाये लिखते हैं । यह कविताएँ , ग़ज़ल , नज़्म तथा शायरियां लिखते हैं । यह समाज मे घटित कई घटनाओं पर रचना लिख चुके हैं । डॉ राहत इन्दोरी इनके लिए लेखन शुरू करने के लिए एक विद्यालय जैसे हैं । डॉ राहत इन्दोरी एक प्रेरणा का स्रोत हैं लेखन लिखने के लिए । उनके देहांत से पूर्व तरुण जी
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