‘मुस्कान के लिए’ कहानी संग्रह में आचार्य नीरज शास्त्री की सोलह कहानियाँ संग्रहीत हैं। अधिकांश कहानियाँ जीवन-यथार्थ की भूमि से जुड़ी हुई हैं। इनकी, इन कहानियों में वर्तमान युगीन पारिवारिक समस्याओं, स्त्री-पुरुष सम्बन्धों का आधुनिक बोध और सामाजिक परिदृश्यों को प्रमुखता से उभारा गया है।स्त्री-पुरुष सम्बन्धों की विकलता, गृहस्थ जीवन की विसंगतियाँ, नारी स्वातंत्र्य के दुष्परिणाम, जैनरेशन गैप और उससे जनित समस्याएँ तथा बेमनुषता जैसी समस्याओं जैसे वर्तमान-युगीन सरोकारों