यह नाटक राजस्थानी, हिन्दी एवं स्थानीय मिश्रित भाषा में है। जिसमें राष्ट्रीय पक्षी मोर बचाओ पर प्रकाश डाला गया, इसी नाटक के माध्यम से बीमारियों, सफाई एवं बालिका रक्षा पर भी प्रकाश डाला गया। नाटक की कहानी इस प्रकार है दो दोस्त कालू रामू मोरनी का डांस देखने की योजना बनाते है। तीसरे दोस्त भीमा को पता चलता है पर दोनों तीसरे दोस्त को नहीं ले जाते है। भोमा नाराज होता है। बारिश बन्द होने पर दोंनों दोस्त जाने के लिये तैयार होते है। रास्ते में दोनों के दादा रामचर