प्रकृति और समाज पुस्तक में लिखा गया प्रत्येक वाक्य समाज प्रकृति एवं मनुष्यता से संबंधित है। इस पुस्तक में कविता , विचार एवं लेखिका द्वारा प्रेषित किए गए लेख प्रस्तुत हैं। जिसमें प्रकृति की रक्षा एवं समाज में मनुष्य की मानसिकता का उचित विकास हो सके यह प्रयास लेखिका द्वारा इस पुस्तक में किया गया है। हमारे देश में हो रहे प्रत्येक कार्यकलाप एवं युवाओं के द्वारा किए गए जरा अपराधों से भारत की छवि जो विश्व के पटल पर दिख रही है उस छवि का चित्रण लेखिका ने अपने लेखों के माध्यम से किया है। इसमें लिखित प्रत्येक विचार समाज की परिस्थिति के अनुसार लिखा गया है । इस पुस्तक में लिखी प्रत्येक कविता देश को जागरूक करने का कार्य संपन्न कर रही है।