मेरे द्वारा ललखी गई इस ककताब का अर्थ
समाज में आरक्षण के प्रतत लोगों की झूठी
मानलसकता को दर करना ू है| शोषित वगों एवं
महहलाओं को लमलने वाले आरक्षण के प्रतत
उच्च वगों में जो गलत मानलसकता है ,यहां
तक की तर्ाकथर्त तनम्न वगथ के लोगों में भी
जो गलत सोच उत्पन्न हुई हैया किर
जबरदस्ती की गई है| उसे दर करना मेरा प्रर्म ू
और अंततम उद्देश्य है| आप इस ककताब को
प
ूरा पढे और अपने लमत्रों को भी शेयर कर