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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palहिन्दू धर्म में व्याप्त बुराइयों के कारण हिन्दू धनाद्य वर्ग ने अपने स्वार्थवश हिन्दू धर्म के ही एक बड़े समूह को जातिवाद में बाँटकर उनकी जिंदगी गुलामों से भी बदकर कर दी थी। उस बड़े वर्ग को भी बांटो और राज करो की रणनीति अपनाते हुये उस गुलाम वर्ग में भी दो प्रकार का व्यवहार किया गया।
इन शूद्रों के साथ गुलामी का व्यवहार कर इनसे मुफ्त श्रम करवाकर भूखा नंगा रहने पर विवश किया जाता था जिससे यह वर्ग सिर ऊंचा करके विद्रोह न कर सके। इनकी बस्तियां भी उच्च वर्ग से अलग दूर बसाई जाती थी और इनके पानी पीने के लिए कूए भी अलग होते थे।
इस प्रकार के असंख्य शूद्र गुलामी के उदाहरण पुरातन इतिहास में भरे पड़े है जिसमें असहाय शूद्र वर्ग छूआछूत भरी गुलामों की जिंदगी जीने को जीने को मजबूर था। जिसको दूर करने की कोशिश ज्योतिवाफूले, पेरियार रामास्वामी, संत शिरोमणि रविदास महाराज व संत कबीर ने की थी। किन्तु उनकी समाज सुधार की कोशिश पूरी तरह सफल नहीं होने दी गयी।
लेकिन बालक भीम ने उन भीषण परिस्थितियों में भी आगे वड़कर शिक्षा की उन उचाईयों को प्राप्त किया जिसे विश्व में आज तक कोई भी प्राप्त नहीं कर सका है। बाद में उन्हें बाबा साहब डा॰ भीम राव अंबेडकर के रूप में सम्मान दिया गया। वह भारत के प्रथम कानून मंत्री बने तथा भारत का संविधान लिखने का दायित्व भी उन्हें ही सौंपा गया.
बाबा साहब डा॰ भीम राव अंबेडकर ने जीवन भर गुलाम शूद्रों को आज़ाद करने हेतु संघर्ष किया जिसमें वह काफी हद तक सफल भी हुये जिस कारण वह शोषित के भगवान के रूप में संसार के सामने आए।
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.देवेन्द्र कुमार प्रभाकर
नाम: देवेन्द्र कुमार प्रभाकर
पिता का नाम: स्व॰ बसुदेव सिंह
जन्म तिथि : 7 अगस्त 1955
जन्म स्थान : जमालपुर माफी, अलीगढ़
शैक्षिक योगिता:
1) डिप्लोमा इन सिविल इंजीनीयरिंग
2) बैचलर आफ सिविल इंजीनीयरिंग
उच्च शिक्षा प्राप्त संस्थान: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवेर्सिटी
पत्नी का नाम: श्रीमती पूनम प्रभाकर
सामाजिक कार्य :
- डा॰ अंबेडकर राष्ट्रीय एकता परिषद में प्रदेश अध्यक्ष का कार्य
- सर्व समाज हितकारी महासभा में सभापति का दायित्व
- अंबेडकर एकेडमी में सभापति का दायित्व
- सिद्धार्थ सहकारी श्रम संविदा समिति अलीगढ़ में सभापति का दायित्व
- सिद्धार्थ सहकारी आवास समिति लखनऊ में सभापति का दायित्व
- उ॰प्र॰ श्रम एवं निर्माण सकरी संघ लखनऊ में निदेशक का दायित्व
प्रकाशन :
- भीम वेदना हिन्दी साप्ताहिक लखनऊ के प्रधान संपादक
- कृष्णअनुषंधान अथवा भगवान से साक्षात्कार का गद्य/ पद्य के रचनाकार
- बुद्ध शरण की राह में का गद्य/ पद्य के रचनाकार प्रभप्रभाकर तरुणाई का गद्य/ पद्य के रचनाकार
- प्रभा प्रभाकर प्रेम रस मदिरा का गद्य/ पद्य के रचनाकार
- प्रभा प्रभाकर जीवन तरंग का गद्य/ पद्य के रचनाकार
- शोषित के भगवान का गद्य/ पद्य के रचनाकार
- सामाजिक न्याय का प्रथम सोपान “आरक्षण” के रचनाकार
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