"कुरल" तमिल भाषा का एक ख्यातिप्राप्त काव्य ग्रन्थ है। यह तकरीबन दो हज़ार साल पुराना "तमिल वेद" है। जहाँ प्राचीन तमिल ग्रंथो के इस अनमोल खजाने को पश्चिमी देशों के विद्वानों द्वारा सराहा गया है, वहीँ भारत के अन्य हिस्सों में विद्वानों द्वारा ऐसे कार्यों पर बहुत कम ध्यान दिया गया है। तिरुवल्लुवर का संदेश, जैसा कि कुरल में उल्लेखित है, सभी मानवता के लिए एक संदेश है। इस पुस्तक की एक विशेषता यह भी है की इसे हमारे आदरणीय पूर्व राष्टपति डॉ ऐ पी जे अब्दुल कलाम ने भी अपन