आज के वैज्ञानिक युग में भूत-प्रेत जैसी अशरीरी शक्तियों को कुछ लोग भले ही आदमी का वहम कहकर टाल दें लेकिन अनेकों ऐसे व्यक्ति भी हैं, जिन्हें ऊपरी बाधाओं के प्रकोप से पीड़ित होकर लम्बे समय तक कष्ट भोगने पड़े हैं। परिजन भी अक्सर उन बुरी हवाओं के कुप्रभाव से दुःख पाते हैं। यानि उन ऊपरी बाधाओं का अस्तित्व अवश्य है और जिस व्यक्ति को ये अपने प्रभाव में ले लेतीं हंै, यदि समय रहते उसका उचित उपाय न किया जाए तो उसका जीवन नरक समान कर देतीं हंै।
प्रस्तुत पुस्तक में ऐसी ही