Hindi

Indian Army
By Harshil Joshi in Poetry | वाचलं गेलेलं: 268 | लाइक: 0
बस आखरी बार                  अपने गांव की गलियों में घूमना चाहता था  बस आखरी बार                 अपने   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 03:20 PM
Migrant's Pain
By Harshil Joshi in Poetry | वाचलं गेलेलं: 243 | लाइक: 0
खडा था इन तपती सड़क पर अकेले,अपने घर अपने गाँव से दूर मेरे अपनो से दूर, आँखो मे आँसू थे पेट मे भूख थी और शरीर मे थकान पर  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 03:25 PM
Ehsaas
By Nidhi Bothra in Romance | वाचलं गेलेलं: 435 | लाइक: 0
जरा इधर आओ, सुनो मेरा दिल कहता है कि  अपने दोनो हाथो मे तुम्हारा चेहरा लेकर देखा देखु कि तुम्हारी दोनो आखों मै कौन   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 03:42 PM
Unlock -1
By P. Sharma in Poetry | वाचलं गेलेलं: 244 | लाइक: 1
Unlock 1 जो जहाँ है वो वहाँ रहें का नारा बंद हुआ, जान है तो जहान है भी थम गया, अनलॉक 1 क्या हुआ, सब थमा हुआ गति पकड़ गया।। आँकड़े  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 04:45 PM
आंखें खोला तो हैरान रह गया।
By Purushottam kumar in True Story | वाचलं गेलेलं: 994 | लाइक: 1
'बेटा... उठो, सुबह हो गयी' पिताजी की आवाज कानों मे सुनाई दी। आज देर तक सोया था क्युंकि स्कूल नही जानी थी, आज गर्मी की छुट  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 08:05 PM
अकेलापन
By Rohit Ashok Kothari in Poetry | वाचलं गेलेलं: 819 | लाइक: 0
क्यों सब छूटने लगता है?  खुद इंसान खुद से ही टूट ने लगता है। भरी जो खुशियां जीवन में इतनी मशक़्क़त कर के, वह गम के आने स  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 10:21 PM
अकेलापन
By Rohit Ashok Kothari in Poetry | वाचलं गेलेलं: 208 | लाइक: 1
क्यों सब छूटने लगता है?  खुद इंसान खुद से ही टूट ने लगता है। भरी जो खुशियां जीवन में इतनी मशक़्क़त कर के, वह गम के आने स  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 10:21 PM
Kuch alfaz hai
By Ek khayal in Poetry | वाचलं गेलेलं: 278 | लाइक: 1
देखती हूं तुझे तो लगता है तुझे दुनिया है दुनिया को देखते हो तो उसमें भी तू है खुद में भी देखो तो उसमें भी तू है ऐसा लग  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 10:26 PM
Mother's true love
By chandradeep neralla in Poetry | वाचलं गेलेलं: 300 | लाइक: 0
Teri zindagi ka koi maqsad bhi kya hoga Maa - baap k bina,Unke bina tera koi zariya ho toh jeena bhi kya jeena,Maa - baap se zikr kar Tujhse achha kon unne hai jana,Galti teri maaf kar denge Tere ankho me ansu aye bina,Aur tu zindagi jeena chahta hai Unke bina ,Khushi teri haato Se kho betoge,Duniya  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 11:17 PM
The Imperishable (Inspired by Sushant)
By Anjali Luthria in True Story | वाचलं गेलेलं: 271 | लाइक: 2
aaj fir kisi noor ne deh chhodi hai, aaj fir kisi sohne ne deh ke bandhan se mukti paayi hai..   wo bhul gaya ki uski jaan shareer tak simmit nahi, wo bhul gaya ki, marna, ek Sach nahi.   sab jhut hai, ye zindagi bhi.   marke Kya phayda, jab jaan kabhi Mar sakti nahi! isiliye, Usse Ja  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 11:20 PM
ह्दय की पीड़ा (आत्महत्या)
By Shyam Jangra in True Story | वाचलं गेलेलं: 448 | लाइक: 0
क्या हो गया है सब को,और क्या हो गया है मुझे, किसी की मौत पर मै असहज क्यो हू,मुझे समझ नही आ रहा, शायद मै मौत से असहज नही हू  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2020 11:22 PM
Mrityu Ke Baad Dahej
By vinay singh in True Story | वाचलं गेलेलं: 337 | लाइक: 1
ये  कहानी  एक  ऐसे  इंसान  की  है  जिसने पूरा जीवन अपने  लिये नही बल्की दुसरो  के लिये जिया . आखिर  मे   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 15,2020 12:02 AM
His silence
By Rashmi in Poetry | वाचलं गेलेलं: 218 | लाइक: 0
जाते जाते एक बार फिर कुछ नया सिखादिया ... जीने के लिये नयी उम्मीद छोड गया..  चार दिन कि जिंदगी है..  मन मे छुपी बातें ब  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 15,2020 12:21 AM
Mrityu Ke Baad Dahej Part 2
By vinay singh in True Story | वाचलं गेलेलं: 539 | लाइक: 0
थाने दार  साहब  मै  चाहता  हूँ की मेरे  शरीर के  साथ  कोई  सरकारी  छीड फाड़  ना  की  जाये  और  हो सक  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 15,2020 12:23 AM
विश्राम
By Dr. seema sharma dubey in Poetry | वाचलं गेलेलं: 268 | लाइक: 1
अंबर से धरती तक छाया घनघोर रात्रि का मृदु साया । शस्य श्यामला धरती पर , रजनी का मधुरस रहा बिखर । बादल के झुरमुट से रह   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 15,2020 01:13 AM