इस किताब में कानून को अत्यंत सरल भाषा में समझाया गया है . रोजाना हम ऐसी परिस्तिथियों से गुजरते हैं जहां हम सोचते है कि अमुक कानून पता होता तो अच्छा होता . यहाँ पर ऐसे ही कानूनों के बारे में बताया गया है . लेखक का विश्वास है कि भारत की जनता कानून के प्रति जब तक जागरूक नहीं होगी तब तक सही मायनों में हम लोकतंत्र का फायदा नहीं उठा सकतें हैं . अपने अधिकारों के प्रति जागरूक तभी हो सकतें हैं जब हमें कानून की जानकारी हो .
विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाओं में मिलने वाले मुआवजे.
पॉवर आफ अटॉर्नी से हुए सम्पत्ति की खरीद बेच पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का असर .
वसीयत कैसे बनाए व् कोर्ट में किस आधार पर चुनोती दें.
पुलिस के रिपोर्ट दर्ज न करने पर क्या करें .
चेक बाउंस का मुकदमा कैसे करें.
किरायेदार की बेदखली कैसे करें .
होम लोन कैसे लें .
इन सभी विषयों पर चर्चा इस किताब में की गयी है .
It looks like you’ve already submitted a review for this book.
Write your review for this book
Write your review for this book (optional)
Review Deleted
Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.
Laws related to daily life. / रोजाना काम में आने वाले कानून
Ratings & Reviews
Share:
Sorry we are currently not available in your region.
रजत बिन्दल
इस किताब के लेखक रजत बिन्दल, एडवोकेट की शिक्षा एम् . कॉम , एल.एल.बी. है . कानून की शिक्षा दिल्ली विश्विद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से प्राप्त की है , जो देश ही नहीं वरन विश्व के गिने चुने लॉ कॉलेज में शामिल है . प्रोफेसर उपेन्द्र बक्शी , एम्. पी सिंह , एन आर एम् मेनन सरीखे जुरिस्ट्स से ज्ञान प्राप्त करके वकालत के क्षेत्र में पिछले २८ वर्ष से कार्यरत है . लेखक का मानना है कि कानून की जानकारी, सरल भाषा में , जब तक समाज के हर क्षेत्र के लोगो तक नहीं पहुँच जाती तब तक कानून का होना बेकार है तथा उसे लागू कर पाना असंभव है. मुकदमें एक निश्चित समय सीमा में निर्णीत होने चाहिए , जिस से जनता का कानून में विश्वास जगे . कानून की जानकारी आम जन तक पहुंचाने के लिए लेखक ने एक यू ट्यूब चैनल भी शुरू किया है जो “Bindal Law Associates” के नाम से है . इस चैनल पर भी आप को कानून की जानकारी के लिए कई उपयोगी लेक्चर मिलेंगे . अपनी वेब साईट “Bindal Law Associates” पर भी ब्लॉग लिख कर कानून की जानकारी लोगो तक पहुचाने का प्रयास करते है . लेखक से संपर्क उनकी ई मेल rbin1@rediffmail.com पर किया जा सकता है