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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palबड़ी हवेली
एक ऐसा नाटक जो वर्तमान राजनीति के अंदर की सड़ांध को मंच पर जीवंत करता है। सड़ांध जिसमे शामिल हैं , भ्रष्ट राजनेता , बिकाऊ मीडिया यहाँ तक की सौदेबाज विपक्ष ! और इन सभी का शिकार देश का आम आदमी- जिसे सुनहरे भविष्य के स्वप्न दिखाए जाते हैं, लेकिन मिलती है दर्दनाक मौत !
पेइंग गेस्ट
एक माध्यम वर्गीय परिवार जो अपने परिवार की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जूझता है। इसी जुगत में वो शरण दे देता है एक पेइंग गेस्ट को, अपने घर में ! और उस पेइंग गेस्ट के हाथ लगता है एक ऐसा अलादीनी यंत्र जिससे उस परिवार के जीवन में आ जाती है अनापेक्षित उथल पुथल !
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Your review has been deleted and won’t appear on the book anymore.महेंद्र आर्य
महेंद्र आर्य एक इंजीनियर व्यवसायी हैं। लिखना पढ़ना उन्हें विरासत में मिला है।
महेंद्र आर्य एक कवि , लेखक और दार्शनिक हैं। उनकी लिखी रामायण , महाभारत और आर्य समाज पर आधारित अंग्रेजी किताबें कैकयी - द मिसअंडरस्टुड क्वीन , द्रौपदी - डीमिस्टीफाइड , गीता ऑफ़ 70 श्लोकाज , बिलीफ्स ऑफ़ आर्य समाज , वर्ल्ड कुड बी अ डिफरेंट प्लेस आदि अमेज़न, फ्लिपकार्ट जैसे इंटरनेट स्टोरों में उपलब्ध है। उनकी कुछ अन्य किताबें फेसबुक फ्रेंड्स , टेंजेंट , फर्स्ट स्कैम आदि आधुनिक थ्रिलर हैं ; इन पर कई फिल्म निर्माता फिल्म या शृंखला बनाने के लिए बातचीत कर रहें हैं।
उनकी लिखी और सम्पादित पुस्तक यादें उनके स्वर्गीय दादाजी के जीवन पर एक स्मृति ग्रथ है ; जो एक इतिहास का दस्तावेज हैं। उनकी कवितायेँ उनके ब्लॉग महेन्द्राज ब्लॉग और वेद सार पर उपलब्ध हैं। उनके कई ऑडियो अल्बम - अपरिभाषित , मेलोडी ऑफ़ वेदाज , पंख , ईशोपनिषद आदि संगीत के मीडिया पर लोकप्रिय हैं। उनके लिखे कुछ गीत आने वाली फिल्म १८५७ - डायरी में फिल्माए गए हैं !
वर्तमान पुस्तक - मेरे दो नाटक में उनके लिखे बहुत सारे नाटकों में से चुन कर दो नाटक प्रकाशित किये जा रहें हैं। उनके छह नाटकों का सफलता पूर्वक मुंबई शहर में मंचन हो चुका है। उन्होंने अपने हर नाटक में कोई न कोई पात्र जरूर निभाया है।
उनके सम्पूर्ण संग्रह के लिए आप उनकी वेबसाइट www.mahendraarya.com पर जा सकते हैं !
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