यह किताब मैंने हिंदुस्तान के उन लोगों के लिए लिखी है जिन्हें कानून की अच्छी समझ नहीं है. यह किताब मैंने हिंदुस्तान की साधारण जनता के लिए लिखी है. मैंने यह समझा है कि आम जनता कानून की पेचीदगियों को अच्छी तरह से नहीं समझ सकती है. कानून को समझने के लिए उन्हें ऐसी किताब मिलना चाहिए जिसे वे अपनी भाषा में अच्छी तरह से समझ सकें . आमतौर पर कानून की जो किताबें हैं उन में जटिल और वैज्ञानिक भाषा का उपयोग किया गया है. मेरा मानना है कि कानून को सरल भाषा में समझाना चाहिए.
इस से पूर्व मैंने एक किताब “ हिन्दू विवाह एवं तलाक़ के कानून” तथा “रोजाना काम में आने वाले कानून” लिखी थी , जिसे आप सबका बहुत सहयोग मिला . मुझे इतना मान देने के लिए आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद. इस पुस्तक में उन दोनों पुस्तकों को समाहित किया गया है . पुस्तक पसंद आए तो मुझे चिट्ठी अवश्य लिखियेगा, मेरी हिम्मत बढ़ेगी और मैं भविष्य में इस तरह की अन्य किताबें निकालने का प्रयास करूंगा.