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Stree / स्त्री

Author Name: Abhishar Ganguly | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

‘स्त्री’ पूर्णरूपेण एक भावनात्मक व उत्साहवर्धक साहित्यिक संग्रह है जिसमें सभी स्त्री प्रेमियों ने उनके प्रति अपनी कृतज्ञता, भक्ति, सम्मान व बराबरी के बोध को दर्शाया हैं। किसी ने स्त्री की महानता को अपनी रचनाओं में सारगर्भित किया है तो किसी ने अपने आलेखों में नारी की पूजनीयता को चरितार्थ किया है तो वहीं किसी के छंदों में महिलाओं को देवी मानने और उनके सभी कथनों व विचारों को मानने के प्रति हमारे मन मंदिर भी भावनात्मक अभिव्यक्ति का विकास व प्रचार प्रसार करने का सार्थक प्रयास किया है। आशा ही नहीं वरन पूर्णरूप से हमें यह विश्वास है कि ये स्त्रीमयी साहित्यिक संग्रह ‘स्त्री’ आप सभी को अवश्य पसंद आएगा और हमारी तरह आप भी स्त्रियों का सम्मान करेंगे और नारियों की किसी भोग की वस्तु न समझकर पूजा व अर्चना की प्रतिमूर्ति मानते हुए आजीवन उनकी पूजा अर्चना करेंगे, धन्यवाद।

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अभिशार गाँगुली

कहते हैं एक सफल पुरूष के पीछे एक स्त्री का हाथ होता हैं किंतु अगर अपने व्यक्तिगत अनुभवानुसार बताऊँ तो मेरे जीवन में तो मेरी सफलता के पीछे स्त्रियों की एक बहुत बड़ी सेना का हाथ हैं और हाथ क्या पूरी की पूरी स्त्री हैं। शुरुआत अगर माँ से करूँ जिन्होंने मुझे जन्म दिया और इस संसार से मेरा परिचय कराया व मुझे पहचान दिया। उसके बाद मेरी दादी, बहन, दोस्त व सहकर्मी, कुछ पल भर के हमसफ़र कुछ 7777777 जन्मों के हमसफ़र, कुछ सच्चे प्रशंसक, कुछ झूठे अपने, उसके बाद की सूची अत्यंत लंबी है या यूँ कहूँ कि असंख्य लोग हैं मेरी सफलता के पीछे। मुझ जैसे ‘स्त्री प्रेमी व स्त्रियों के पुजारी रूपी संकलक का नाम ‘अभिशार गाँगुली’ हैं।

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