You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palआनन्द की अनुभूति जीवन यात्रा को प्रफुल्लित एवं पुलकित बना देती है। मन-मस्तिष्क में एक ताजगी हो... ह्मदय में उल्लास का अलंकरण हो... शरीर में जोश... उत्साह... ऊर्जा हो तो कुछ भी असंभव प्रतीत नहीं होता। यही जोश, उत्साह, ऊर्जा व्यक्तित्व को बेहतरीन रंग-ढंग से ऊंचाईयों तक ले जाता है। व्यक्तित्व विकास हो या व्यवसायिक ऊंचाईयां... कुछ भी नामुमकिन नहीं लगता। इच्छाशक्ति... कामयाबी की ओर बढ़ने के लिए सदैव प्रेरित करती रहती है। यही अहा जिंदगी से वाह जिंदगी... का एक शानदार सफर बना देती है। इसमें भाग्य एवं कर्म का सामंजस्य भी अपनी भूमिका का शानदार निवर्हन करता है। ऐसे में सनातन परम्पराओं, संस्कारों एवं मूल्यों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है। नियम संयम निश्चय ही जीवन को रोमांचक बनाने के साथ ही चैतन्य बना देते हैं। जीवन सुखमय एवं आनन्दमय हो तो इसके लिए आवश्यक है कि समय का बेहतर उपयोग हो आैर जीवन प्रबधंकीय कसौटी पर खरा उतरता दिखे। दिल-दिमाग फिट हो... जीवन में एक स्फूर्ति हो तो व्यक्तित्व विकास के साथ ही आनन्द की अनुभूति की जा सकती है।
रामेन्द्र सिंह चौहान
आत्म कथ्य/संक्षिप्त परिचय
रामेन्द्र सिंह चौहान... लेखक एवं पत्रकार...।
जन्म तिथि:- 15 जुलाई 1960... स्थान कानपुर।
शैक्षिक योग्यता:- एम. काम छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर, हिन्दी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद से पत्रकारिता एवं जनसंचार में विशारद...।
करीब तीन दशक से पत्रकारिता एवं लेखन क्षेत्र में सक्रिय...। अप्रैल 1992 से राष्ट्रीय सहारा हिन्दी दैनिक में बतौर पत्रकार सेवारत...। कला एवं संस्कृति, साहित्य, जल संसाधन, पर्यावरण-प्रदूषण, धर्म-कर्म, फिल्म समीक्षा, अद्भुत संसार, पर्यटन, वन्य जीवन एवं सामाजिक बिन्दुओं सहित असंख्य विषयों पर निरन्तर लेखों का प्रकाशन जारी....। सम्प्रति में राष्ट्रीय सहारा हिन्दी दैनिक दिल्ली-एनसीआर में वरिष्ठ संवाददाता के पद पर कार्यरत....। इन तीन दशक की पत्रकारिता एवं लेखकीय यात्रा के दौरान राष्ट्रीय सहारा, हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, नई दुनिया, समाज कल्याण, स्वतंत्र भारत, नवभारत टाइम्स आदि इत्यादि समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं में लेखों का प्रकाशन....।
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.