Share this book with your friends

ASUR / असुर Insaan Ka Aantrik Sach

Author Name: Kala Aur Kalam | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

यह पुस्तक लिखी गई है आज के 21वीं सदी में, जिसमें हर चीज़ का औद्योगीकरण हो रहा है जीवन में हर काम के लिए आज उपकरण उपलब्ध है, फिर भी आजकल मानसिक रूप से सभी कहीं ना कहीं प्रभावित हैं पर लेखन के ज़रिये विशेषकर कविताओं के माध्यम से हम अपने मन की व्यथा प्रकट कर सकते हैं। 
         इसी प्रकरण में हमारी प्रस्तुति है "असुर - काव्य संग्रह"। ये हमारी "कला और कलम" टीम की प्रस्तुति एक भेंट स्वरूप सभी उभरते प्रतिभाशाली लेखकों के लिए है। 
    "असुर" नाम के पीछे हमारी प्रेरणा है , हमारे अंदर छुपा हमारा खुद का वो रूप जिससे हमारा जीवन प्रभावित होता है। हम खुद ही में जितने अच्छे हैं हमारे अंदर उतनी ही बुराइयाँ भी होती हैं , जिन्हें हम देख कर भी अंदेखा कर देते हैं।
    "कला और कलम" द्वारा इस कविता संग्रह में उन बुराइयों को पहचान कर उनको दूर करना हमारा उद्देश्य है। "कला और कलम" यह पुस्तक उन सभी को समर्पित करना चाहता है जो खुद के अंदर छुपे "असुर" से जीतने के लिए दिन रात परिश्रम  कर बेहतर बनने का प्रयास कर रहे हैं। लेखन किसी भी अवगुण को गुण में बदलने के लिए एक कारगर शस्त्र है इसे ध्यान में रखते हुए ही "कला और कलम" टीम ने "असुर - काव्य संग्रह की रचना की है।

Read More...
Paperback
Paperback 220

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

कला और कलम

कला और कलम एक संस्था है, जिसकी शुरुआत भवदीप सैनी, सिद्धार्थ राज, शुभम् सिंह, पंकज सिंह, तथा रजनीश झा द्वारा की गयी। भारती त्रेहन, सिमरन राज, श्रुती यावलकर और दिक्षा बावा अन्य टीम सदस्य है जो यहाँ होने वाली प्रतियोगिताओं के आयोजन में सहायता करते हैं।​

कला और कलम का मूल कार्य यह है कि उभरते लेखकों को एक मंच प्रदान किया जा सके जहाँ वे कुछ नया सीख सकें जान सकें तथा आगे बढ़ सकें। इस संस्था द्वारा प्रतिदिन अलग अलग विषयों पर प्रतियोगिता करवाई जाती है।

Read More...

Achievements