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Atmhatya mai Atmraksha / आत्महत्या में आत्मरक्षा Suicide in Self Defense

Author Name: Kalawatkl | Format: Paperback | Genre : Self-Help | Other Details

सम्पूर्ण विश्व में आत्महत्या का ग्राफ दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। बढ़ती अन्धाधुन विकास की रफ्तार में रिश्तों, भावनाओं एवं बनाई हुई नीतियों के लिए शायद कोई स्थान नहीं रह गया है। इसीलिए ही चमकती विकास की रोशनियों के बीच कुछ रोशनी बुझ रही है। एक पल के लिए, हम सब को सोचना चाहिए। दूसरों की जीवन की समस्याओं के लिए हल ढूंढ़ना चाहिए। जीवन जीने का अधिकार सभी को है। कोई भूखा है, प्यासा है, कमजोर है। हमें निर्बल हेतु मदद करनी चाहिए। यह हमारी मानवता का धर्म है।

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कलावत के.एल.

कलावत के.एल. अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के लेखक, कवि, आत्मरक्षा विशेषज्ञ है। महर्षि ऋष्य श्रृंग एवं माता शान्ता के परम भक्त है एवं उन्हें पूजते है। महर्षि के वंश में जन्मे है। ऐतिहासिक एवं समकालीन नाटकों का लेखन, बेहतरीन कविताएं लिखने के साथ समकालीन आत्मरक्षा पर विभिन्न समस्याओं पर, महिला सुरक्षा, छेड़छाड़, बलात्कार का अन्त, आत्महत्या, आत्मरक्षा और सम्मान आदि पुस्तकों का लेखन किया एवं प्रकाशित की। आप कविता लेखन हेतु प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा प्रशंसित हो चुके है। रोचक कहानियॉं भी लिख रहे है। आत्मरक्षा पर नवीन पुस्तकों पर लिखना  जारी है।

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