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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palमाँ दुर्गा या भगवती मईया की महिमा का पाठ करना या सुनना अमृतपान करने जैसा और असीम आनन्द की अनुभूति करने वाला है। इस अनमोल निधि को श्रद्धापूर्वक धारण करने वालों के मन की इच्छा भगवती देवी पूरी करती हैं और संतापों से छुटकारा दिलाती हैं। देवी दुर्गा हिन्दुओं की प्रमुख देवी हैं जो शक्ति का प्रतीक हैं। उनका आविर्भाव ब्रह्मा, विष्णु, महेश व अन्य देवताओं के प्रताप से असुरों का संहार करने के लिए हुआ। देवताओं ने उन्हें अपनी शक्तियों और शस्त्रों से सज्जित किया। माँ भगवती ने असुरों का संहार करके, देवताओं को भयमुक्त किया। भगवती माई अजन्मा हैं किन्तु देवता और मनुष्यों के कल्याण के लिए समय समय पर प्रकट होती रहती हैं। इस सृष्टि को रचाने वाली और चलने वाली वही हैं। इनकी स्तुति करने पर देवी प्रसन्न होकर सभी संकटों से मुक्त कर देती हैं।
भगवती माई की महिमा की सविस्तार कथा संस्कृत भाषा के महान ग्रन्थ 'श्रीदुर्गासप्तशती' में उपलब्ध है। उसी ग्रन्थ के आधार पर लेखक श्री एस. डी. तिवारी ने भोजपुरी भाषा में यह पुस्तक 'भगवती माई' लिखा। इस पुस्तक में लेखक ने श्रीदुर्गासप्तशती में प्रस्तुत तेरहों अध्याय का यथावत और सटीक अर्थ समाहित करते हुए भोजपुरी भाषा के सरल और सुन्दर छंदों में प्रस्तुत किया है। इस पुस्तक में देवताओं द्वारा मईया की महिमा के गुणगान का वर्णन, भोजपुरी भाषा की मधुरिम रस के साथ पृथक ही आनन्द देने वाला है। इस पुस्तक के द्वारा पाठकगण, सहज, सरल, सरस और भावपूर्ण भोजपुरी भाषा में भगवती की महिमा का सेवन कर सकेंगे।
सत्यदेव तिवारी
श्री एस. डी. तिवारी हिंदी और अंग्रेजी भाषा के एक जाने माने कवि हैं। उनकी कविताओं में अति स्पष्ट और वृहत दर्शन का समावेश है। काव्य की लगभग सभी विधाओं के रचनाकार, पेशे से वकील, तिवारी जी की २५ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। एक साथ सर्वाधिक बीस पुस्तकों के लोकार्पण पर उनका नाम 'इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स २०२०' में अंकित है। उन्हें अपनी कृतियों के लिए अनेक संगठनों द्वारा सम्मानित किया गया है। श्री तिवारी की हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओँ की मनोहारी कवितायेँ मन को छूने वाली हैं। उनकी दो अंग्रेजी काव्य पुस्तकें और एक हिंदी काव्य पुस्तक 'जी लो बचपन' नोशन प्रेस द्वारा ही प्रकाशित हैं।
श्री एस. डी. तिवारी की कुछ प्रकाशित पुस्तकें हैं : दुनिया गिर गयी, हाइकु शास्त्र, त्रिपदी रामायण, प्यार का पिंजरा, नन्हीं, विदेश की चटनी, कविता तो बोलेगी, चाँद के गांव, तेरे नाम के मोती, दी सिंगिंग ब्रीज, बर्ड्स ऑफ़ चैटिंग वर्ड्स आदि।
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