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Bhalu or madhumakkhi / भालू और मधुमक्खी बाल कविता

Author Name: Parveen Kumar Jindal | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

रोचक और लुभावनी बालमन की कविताएं 

अरमान

हर दिल का हो ये अरमान
सबके मुख पर हो मुस्कान
यारों की हो अनोखी टोली
बने रहे आपस में हमजोली


एकदूजे के सदा आए काम
हर कठिनाई हो जाए आसान
दुःख परेशानी का न हो नाम
हँसती आए सुबह और शाम


कभी नहीं हो कोई अकेला
हरदम हो खुशियों का मेला
एकता से बढ़े देश की शान
हर दिल का हो ये अरमान


नई उमंग हो सबके मन में
उत्साह से आगे बढ़ते जाए
लाए एक नवल सवेरा
मिले एक नई पहचान

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प्रवीन कुमार जिंदल

प्रवीन कुमार, पिता का नाम रामशरण जिंदल है। 13 मार्च 1990 को गांव-कन्हौरा, जिला- रेवाडी(हरियाणा) में जन्म। बचपन से ही कविता कहानी लिखने का शौक। देश की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं बाल भास्कर, बाल भास्कर (हरिभूमि), देवपुत्र, बच्चों का देश, उजाला, साहित्य अमृत में रचनाएँ प्रकाशित। "सागर की लहरें" लघुकथा संकलन ज्ञानमुद्रा प्रकाशन भोपाल से प्रकाशित। वर्तमान में स्वतंत्र लेखन।

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