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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palहमारा देश ऐसा देश है जहां नदियों की भी पूजा की जाती है और उन्हें देवियों का दर्जा दिया जाता है। लेकिन आज देश में नदियों की जो दयनीय हालत है वो चिंता का विषय है। पानी जैसे विषय पर तो जितना लिखा और कहा जाए उतना कम है क्योंकि पानी ही जीवन का आधार है।
इसीलिए "बिन पानी सब सून" संकलन में मैंने और मेरे सह लेखकों ने एक छोटी सी कोशिश की है पानी की तरफ सबका ध्यान खींचने की। आज के समय में जिस तरह से पानी का ह्रास हो रहा है और उसे दूषित किया जा रहा है वो चिंता का एक गंभीर विषय है।
इस संकलन में हमारे लेखकों और लेखिकाओं ने पानी को आधार बनाकर जो रचनाएं पाठकों के सम्मुख रखी हैं उन्हें पढ़कर सभी का ध्यान इस तरफ़ ज़रूर जायेगा ऐसी हमें आशा है।
धन्यवाद।
दिव्या सक्सेना
दिव्या सक्सेना मूलतः बाराबंकी उत्तरप्रदेश की रहने वाली हैं। आप संगीत और लेखन विषयों में खासी रुचि रखती हैं। शुरुआती दिनों में सिर्फ पढ़ने का शौक रखने वाली दिव्या ने पाया कि लेखन अपने विचारों को वयक्त करने का बहुत अच्छा तरीका है, और फिर आपने अप्रैल 2020 में कलम का हाथ जो थामा तो वो सफ़र अभी तलक जारी है। आप मुख्य रूप से हिन्दी में लिखती हैं, तथा प्रेम और वियोग पर लिखना पसंद करती हैं। आप अभी तक 15 से भी ज्यादा संकलन पुस्तकों में सह लेखिका रह चुकी हैं, अब बतौर संकलक साहित्य के क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं और 4 पुस्तकों का संकलन कर चुकी हैं। भविष्य में आप अपनी एकल पुस्तक प्रकाशित करने का विचार रखती हैं। आपको आपके भविष्य के लिए बहुत शुभकामनाएं!!
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