You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palचाहत चाय की
यह रचना कोई काव्य संग्रह नहीं है, अपितु यह एक भाव संग्रह है। ऐसे भाव जो अनेकों तरह के ख्यालों से भरे होते हैं, उन्हीं ख्यालों और दुख, दर्द, प्यार में आने वाले भाव को एक जगह संग्रह करके काव्य संग्रह के माध्यम से आप तक पहुंचाने का हमारा एक सूक्ष्म प्रयास है।
चाय में वो शक्ति है जो व्यक्ति की थकान मिटा देती है, सोते हुए को जगा देती है, दो दिलों को मिलाती है दोस्तों को साथ बैठकर गप्पे करने का मौका देती है चाय एक ऐसी संजीवनी है जिसके सहारे इंसान अपनी तन्हाई भी काट लेता है और अपने गम भी बांट लेता है। कम शब्दों में कहें तो करोड़ों दिलों की मोहोब्बत है चाय, और इन्ही करोड़ों लोगों में से हमारे कुछ विशेष सहलेखकों ने चाय के लिए अपनी मोहोब्बत बयां की है जिसे हमने अपनी किताब "चाहत चाय की" में प्रकाशित किया है हमें आशा है कि पाठकों को हमारा ये विशेष संकलन पसंद आएगा।
निखिल जैन, शैली जैन
निखिल जैन, पेशे से व्यापारी, शौक से लेखक धुले, महाराष्ट्र से संबंध रखते हैं। इन्हें शैक्षिक तौर पर BBM एवं MBA की degree प्राप्त है। इन्हें अपना ज्ञान दूसरो के साथ साझा करना, यात्राएँ करना, नई नई खोज करना और रचनात्मकता से अपनी प्रतिभाओं को बेहतर बनाना अत्यंत प्रिय है। इन्हें लिखना पसंद है, क्योंकि इनका मानना है, कि लेखन से हम अपनी आंतरिक भावनाओं का भली भांति बखान कर सकते हैं, क्योंकि जो कहा नहीं जा सकता उसे लिखकर व्यक्त करने में आसानी होती है और व्यक्ति का हृदय और मस्तिष्क दोनों को प्रभावित किया जा सकता है।
इंस्टाग्राम :- @love.vibes143
ईमेल :- love.vibes143@outlook.com
शैली जैन एक छोटे से गाँव बरोदिया कलां, सागर (मध्यप्रदेश) की रहने वाली महत्वाकांक्षी, सादगी से पूर्ण तथा सरल व्यक्तित्त्व रखती हैं। ये अभी तक १५०+ संकलनों में सह लेखिका रह चुकी हैं, एवं "लफ्जों का खेल", "राखी प्रेम का धागा", "फेक स्माइल", "मूडी फूडी", "ब्लैक रोज", "समाज की नजर से एक स्त्री", "एमिएबल पापा", "संसार का जड़तत्व मां", "द्रौपदी के कृष्ण", "हिंदुस्तान की गौरवगाथा", "अनुभव जिंदगी के", "बचपन के पसंदीदा खेल" नाम की किताबें इन्होनें स्वयं संकलित की हैं। "आगरा टू दिल्ली" इनकी प्रथम सोलो किताब है। जो कि उनके द्वारा लिखित एक प्रेम कहानी है। इसके अलावा यह एक किताब वुमन क्रिकेटर रह चुकीं मिताली राज के लिए भी समर्पित कर रहीं हैं। दो साल पहले ही इन्होनें अपनी लेखन कला को बढ़ावा दिया। इन्हें कहानी व कविताएं, भजन व मुक्तक लिखना बहुत पसंद है साथ ही इन्हें नयी नयी चीजें सीखना, नए नए विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। ये आदरणीय लेखक मुंशी प्रेमचंद की रचनाओं की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं और आगे चल कर एक बड़ी लेखिका बनना चाहती हैं इनकी लिखी हुई कविताएं अक्सर इनके ह्रदय की भावनाओं को व्यक्त करती हैं। यदि आप इनकी कविताएं पढ़ना चाहते हैं तो इनकी इंस्टाग्राम आईडी Writer_Shaili_Jain को फॉलो कीजिए।
Gmail I'd - writershailijain@gmail.com
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.