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Chauthai Ki Purnata / चौथाई की पूर्णता जीवनधारा में बहती कविताएँ और कहानियाँ / Jivandhara Mein Beheti Kavitayen Aur Kahaniyan

Author Name: Rekha 'Suresh' | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

प्रस्तुत संकलन ‘चौथाई की पूर्णता’, कहानी, लेख और कविता के माध्यम से आपके, अपने, और हमारे जीवन के अनेक मोती एक माला में पिरोने का एक सकारात्मक भावपूर्ण प्रयास है। 

“पुस्तक के प्रथम संभाग, ‘मोती सीप के’ में मेरी कहानियाँ सामाजिक प्रश्नों पर आधारित और उन प्रश्नों के उत्तर ढूँढने के प्रयास में ही लिखी गयीं हैं। मैं मानती हूँ कि साहित्य में समाज और समाज में साहित्य प्रतिबिंबित होता है। दिन प्रतिदिन होने वाले अनुभवों ने ही शब्दों का रूप ले लिया है जैसे सीप में मोती। ‘मोती मन के’ – दूसरा संभाग कविताओं का तो बिल्कुल मन से मन के उद्गार हैं। कहीं प्रकृति, कहीं परिवेश, कहीं व्यंग्य-कटाक्ष, कहीं पीड़ा, कहीं उल्लास, कहीं लालसा तो कहीं संतोष।

आशा ही नहीं, विश्वास है कि आपके हाथों में आ कर इन मोतियों की चमक द्विगुणित हो जाएगी।”

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रेखा 'सुरेश'

श्रीमती रेखा कुमार अध्यापन के साथ, स्वतंत्र लेखिका हैं और उनकी रचनाएँ विभिन्न राष्ट्रीय एवं स्थानीय पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित तथा आकाशवाणी से प्रसारित होती रही हैं। नेशनल ओपन स्कूल की अनेक पाठ्य पुस्तकों के लिए अनुवादक रही हैं। इन्होंने हिन्दी अकादमी तथा अन्य राष्ट्रीय आयोजनों में काव्य पाठ एवं उनका संचालन किया है। इनको अपने परिवार के साथ विभिन्न प्रांतों में रहने का अनुभव मिला है और उनका कहना है- 

“लेखन मेरे लिए मेरे अपने जीवन को सँवारने की एक कला है। मन में उभरते विचारों को, झंझावतों को कागज़ पर उकेरने से मन भी शांत हो जाता है, और विचारों में भी स्थिरता अपना स्थान ले लेती है। इसके साथ शायद अस्तित्व का एक जीवित प्रमाण भी मिलता है। यह मेरा है, मेरी अपनी रचना है, कृति है। समाज से, अपने परिवेश से जुड़े होने का एक संतोष सा मिलता है।”

“मेरा लेखन नितांत अपने उन शब्दों के लिए, जिनसे मुझे राह मिली जीने के लिए।”

 

 

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