आदिकाल से ही इतिहास एक कौतूहल और जिज्ञासा का विषय रहा है। इतिहास के गर्भ में विश्व के सभी विषय समाहित है। कहा भी जाता है कि इतिहास सभी विषयों की जननी है। यह एक दर्पण है, जिसमें समाज में घटित सभी प्रकृति की घटनाओं का आरेख और प्रतिबिम्ब स्पष्ट झलकता है। इतिहास प्रेरक भी है और संदेशक भी है। इसकी भूमिका व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में अमिट एवं अमूल्य है। व्यक्तिगत जीवन में इसकी महत्ता इसलिये है क्योंकि इससे हम सीखकर वर्तमान को सम्हालते और संवारते है तथा भविष्य का नि