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CORPORATE DONKEY / कॉर्पोरेट डंकी कॉर्पोरेट जगत के रहस्य

Author Name: AJAY AMITABH SUMAN | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details
आरक्षण का एक परिणाम ये रहा कि ज्यादातर कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करने को बाध्य हो गए . सरकारी नौकरियों में जहाँ एक तरफ सुरक्षा की भावना रहती है वहीँ पे कॉर्पोरेट जगत में काम की महत्ता होती है . ये बात ठीक है कि प्राइवेट सेक्टर में प्रतिभा की पूछ है , पर किस तरह की प्रतिभा . यहाँ पे ज्यादातर मामलों में एक परिवार और एक व्यक्ति का दबदबा होता है . जाहिर सी बात है कि इन परिस्थितियों में सारे लोग आगे बढ़ने के लिए चाटुकारिता में लगे रहते हैं. ये किताब इस लघु कथा के माध्यम से कॉर्पोरेट जगत में व्याप्त विभिन्न खामियों को उजागर करती है .
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अजय अमिताभ सुमन

दिल्ली हाई कोर्ट में पिछले एक दशक से ज्यादा समय से बौद्धिक संपदा विषयक(Intellectual Property Right) क्षेत्र में वकालत जारी। अनगिनत कानूनी संबंधी लेख कानूनी पत्रिकाओं , जैसे कि पेटेंट एंड ट्रेड मार्क्स केसेस , लाव्येर्सक्लब इंडिया , लीगलसर्विसेज इंडिया , पाथ लीगल , लाइव लॉ , बार एंड बेंच , लीगल डिजायर , स्पाइसी आई पी , लेक्स एस्पायर जर्नल इत्यादि में प्रकाशित। वकालत करने के अलावा साहित्य में रूचि रही है। हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओँ में समान अधिकार। अनगिनत पत्र , पत्रिकाओं में लेख , कथा , कहानियों का प्रकाशन। प्रकाशन: रचनाकार , साहित्य कुंज , स्टोरी मिरर , हिंदी लेखक , साहित्य सुधा , मातृ भारती , साहित्य , नव भारत टाइम्स, दैनिक जागरण , अमर उजाला, आज, हिंदुस्तान, आर्यावर्त , प्रतिलिपि , यूथ की आवाज , साहित्य पीडिया , स्पीकिंग ट्री ,शब्द, समजोद्धार, नूतन पथ, वाटपैड , स्वीक, मीडियम, हिंदी पत्रिका, कविशाला , सावन , स्टोरी वीवर , कहानियाँ, स्पीकिंग ट्री , प्रोज , आल पोएट्री , हेल्लो पोएट्री, पोएट्री हंटर , पोएट्री नेशन, मोवेल्लास , योर कोट , नोजोटो , मीराकी , बूक्सी , द राइटर इत्यादि अख़बारों और वेब पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन।
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