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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palराज़ी है हम उनके इज़हार-ए-मोहब्बत में,
पर इकरार नहीं करना चाहते!
ये दिल अभी तो धड़का हैं उनके प्यार में,
इसे हम बेकरार नहीं करना चाहते!!
- Nilofar Yasmeen
(मोहब्बत भरी शायरियां और कविताओं का मिश्रण)
सुमन मीना, नीलोफर यास्मीन, Nilofar Yasmeen
“दिल में जगह मिले, दुआओं में याद रहूं
इतनी ही इल्तज़ा करती हूं, अपनों के साथ रहूं।“
रिश्ते बहुत अनमोल होते है, जिंदगी की किताब के एक जरूरी अंग होते है। सुमन (जिन्हें सब काव्य जगत में अदिति के नाम से जानते है) का मानना है कि प्यार सिर्फ़ पाने का नाम नहीं बल्कि साथ ना रहकर भी किसी के अक्स से जुड़ना ही सच्चे प्यार की एक असल पहचान है। इन्हें कविताएं पढ़ने और लिखने में अत्यधिक रुचि है तथा इन्हें घूमना और नए नए लोगों से बातें करना बेहद पसंद है। यह अपने विचारों और भावनाओं के लफ़्ज़ों को कविता का रूप देकर, उन्हें अपनी कलम से पन्नों पर बखूबी उतरती हैं।
इनसे जुड़ने और इनकी रचनाओं को पढ़ने के लिए आप इन्हें इंस्टाग्राम पर संपर्क कर सकते हैं - @wordings.of.heart
Compiler of Book "Izhaar-e-Mohabbat"
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