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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal“जीवन:एक संघर्ष” लोगों द्वारा किये गये संघर्षों पर प्रकाश डालती है| प्रत्येक व्यक्ति अपने तरीके से संघर्ष करता है| कुछ संघर्ष समाज में जीवन बनाये रखने के लिए है तो कुछ संघर्ष परिवार में अपना अस्तित्व बनाये रखने के लिए| लोग विभिन्न सामाजिक क्रम में रह कर एक दूसरे से बंधे हुए हैं| कई बार संसार इन संघर्षों के बारे में नहीं जान पाता है या हम इसकी उपेक्षा करते हैं क्योंकि हम इसमें शामिल नहीं होते| हम उन संघर्षों के बारे में सोच सकते हैं जिनका सामना कोई व्यक्ति अपने आतंरिक जीवन में करता है लेकिन जानवरों का क्या? जानवरों को भी अपना जीवन बनाये रखने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है क्योंकि लोग आत्मकेंद्रित होते जा रहे हैं| वे अपने परिवार के भावनाओं की परवाह नहीं कर पा रहे हैं, जानवरों को तो रहने ही दे| जानवरों द्वारा अपने जीवन को बनाये रखने के लिए किये गए प्रयासों एवं संघर्षों पर भी यह पुस्तक प्रकाश डालती है| यह अनकही कहानियों का संग्रह है जो हमारे समाज की वास्तविकता को दर्शाता है|
मेरी स्मृतियाँ मुझे मेरे अतीत में ले जाती हैं| मैं विभिन्न शहरों में घुम-घुम कर बड़ी एवं शिक्षित हुई| मैंने लोगों के विभिन्न गुणों यथा रहन-सहन, बात-चीत, खाने-पीने यहाँ तक की गाली देने के तरीका में अंतर को स्पस्ट रूप से महसूस किया|
जब मेरी स्मृतियाँ समय के साथ धूमिल नहीं हुई, तो इच्छा हुए की उन्हें कलमबद्ध कर अन्य लोगों के साथ उन्हें साझा करूँ| मुझे विशवास है कि सुधि पाठकों के जीवन में भी ऐसी कोई न कोई घटनाएँ या स्मृतियाँ अवश्य होंगी| अतः प्रबुद्ध पाठक इन कहानियों से अपना जुड़ाव अवश्य महसूस करेंगे|
पार्वती कुमारी , आलोक राज
पार्वती कुमारी की रुचि बचपन से साहित्य एवं दर्शन में रही है| वह अपने परिवार के साथ विभिन्न शहरों एवं गाँवों में रही हैं| प्रत्येक शहर के लोगों की अपनी कहानियाँ रहीं हैं और इन्होंने इन सबका अनुभव किया| विभिन्न शहरों के लोगों के अनुभवों एवं कहानियों को इन्होंने जाना| इन्होंने इनमें छिपी खुशी को भी जाना और पीड़ा को भी| वह एक उत्सुक प्रेक्षक हैं और अपने आस पास घटने वाली घटनाओं को तन्मय होकर देखती हैं| अपने इन कहानियों के माध्यम से इन्होंने छोटे शहरों में रहने वाले लोगों की अनकही कहानियों को पाढकों तक पहुँचने का प्रयास किया है| इनकी कहानियाँ विभिन्न सामाजिक स्थितियों में रहने वाले लोगों के बारे में ही नहीं वरन् पशुओं की स्तिथि को भी वर्णित करती हैं| उनकी कहानियाँ एक व्यक्ति के द्वारा उसके परिवार एवं समाज में किये गए संघर्ष को भी दर्शाती है|
आलोक राज का कार्य-छेत्र सिक्योरिटी इंटेलिजेंस एंड बिज़नेस इंटेलिजेंस, विशेष तौर पर सिस्टम्स एंड इनफार्मेशन सिक्योरिटी है| इन्हें दिन में घुमने, पढ़ने और नयी चीज सीखने का और रात में लेखन एवं चिंतन का शौक है| ये दुनियाँ को एक नए परिपेक्ष में देखते हैं और सच्चाई को पूरी ईमानदारी से सामने रखने का प्रयास करते हैं| ये समाज की चिंता करते हैं और लोगों के जीवन में बदलाव चाहते हैं| इनकी विचारधारा है कि दुनिया का विकास मानव-केंद्रित हो और उस पर प्राचीन बुद्धिमता का प्रभाव हो|
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