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Kavyanjali / काव्यांजली Kalam Se Kamyabi Ke Shikar Tak / कलम से कामयाबी के शिखर तक

Author Name: Bhumika J Parmar | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

इस किताब के माध्यम से मैं अपने उन सभी समर्थकों प्रेरणास्रोत के प्रति आभार व्यक्त करती हूँ जो मुझे जीवन की यात्रा में सदा ही सकारात्मक ऊर्जजा और प्रेरणा देते रहते हैं। मैंने इस किताब में अपनी कविताओं के माध्यम से आत्म-प्रेम तथा आत्म-वि श्वास की शक्ति का महत्व समझाने का प्रयास किया है, जो की जीवन के लक्ष्य को पाने में मदद करती है। यह किताब मैंने एक सकारात्मक सोच और अपने अनुभव से लिखी है। उम्मीद करती हूँ पाठक इसका आनंद उठा सके।

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भूमिका परमार

लेखिका ने अपने cerebral palsy होने को जीवन का एक हिस्सा मानकर उसे आनंद स्वरूप स्वीकार कर, जीवन की चुनौतियों से निखर कर, चमकने का निर्णय करते हुए इस किताब में जीवन का एक दूसरा पहलू दिखाने का प्रयास किया है। उसने एक खूबसूरत सोच के साथ जीवन को कैसे ऊर्जजावान रख सकते हैं, सुंदर बना सकते हैं, उस सोच का प्रयोग किया और शब्दोों का चयन उसी तरह से किया।

जो बहुत आत्मविश्वास एवं ताजगी से भरे हुए हैं, भूमिका के इन कविताओं में जीवन के कुछ अनछुए पहलुओं को लिखने के साथ ही देशहित में सकारात्मक और प्रगति शील सोच भी झलकती है जो कि उसने स्वयं महसूस किया, यह किताब आपको जीवन को किस तरह से ऊर्जजावान रखने और स्वयं देश की प्रगति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगी।

आप इस किताब को पढ़ते समय महसूस करेंगे कि यह किताब केवल किताबी भाषा के आधार पर नही बल्कि निजी अनुभव के साथ लिखी गई है। जिसका उद्देश पाठको को आशावादी रहकर जीवन की हर मुश्किल को जीतने के साथ ही अपने देश के प्रति अपना महत्वपूर्ण योगदान का आभास करवाने का छोटा सा प्रयास करना है।

लेखिका (भूमिका परमार) गोदिंया ( महाराष्ट्र ) मे एक cerebral palsy child है। उसने अपनी प्राथमिक शिक्षा साकेत पब्लिक स्कूल, गोदिंया से पूरी की है और अपनी उच्च शिक्षा (B.COM) और (M.A. HISTORY) में (RTMNU) नागपुर से पूरी की है।

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