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Main Bejubaan Hoon / मैं बेजुबान हूँ

Author Name: Manishankar Diwakar Gadgad, Nikhil Jain | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

'' मैं बेजुबान हूँ'' हिंदी व अंग्रेजी में राष्ट्रीय साझा काव्य संग्रह में मैं अपनी बेहद गौरवान्वित व खुशी महसूस कर रहा हूँ कि - आप सभी साहित्यकार, लेखक/लेखिका, कवि/कवयित्रीयों, ने जो अपनी कविता प्रेषित किये है और आप सभी की उम्दा श्रेष्ठ रचनायें सत प्रतिशत पाठकों को अपनी ओर आकर्षित करेगीं और दिल जीत लेगी यह राष्ट्रीय साझा काव्य संग्रह हिंदी व अंग्रेजी में संय़ोजित किया जा रहा जो इस काव्य संग्रह के सदस्य के रूप में अपनी भागीदारी निभाकर अपना अतुलनीय योगदान सहयोग कर बेहतरीन और सुंदर ही मोहक कविता रचनायें / संदेश भेजे है जो बिल्कुल भी समाज को एक नई दिशा प्रदान करेगी और स्वच्छ छवि की तरह आईना दिखाता हुआ प्रतीत होगा जिसकें स्वरूप यह बुक एक यादगार और स्मरणीय रहेगा जो हमारे समाज परिवार में जन्म से लेकर मरण तक संस्कार करते हैं और अपनाते उनसे यह अनोखा और अलग सा पहचान के रूप में स्पष्ट रूप से संसार में जितने भी बेजुबान जीव जंतु है जिसे बंधन में रखकर अपनी शान शौकत दिखाने के लिए यह नाना प्रकार के वेदना दे रहे  हैं।

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मणिशंकर दिवाकर (गदगद) एवं निखिल जैन

नाम- मणिशंकर दिवाकर "गदगद" अधिवक्ता हास्य कवि
पिता- श्री प्रभुराम दिवाकर
माता- श्रीमती फुलमनी दिवाकर
पत्नी- श्रीमती चंद्रकली दिवाकर
जन्मतिथि- 25/09/1981
भाई- १.श्री उमाशंकर, २.रविशंकर दिवाकर
बहन- --१.श्रीमती उषा मोहले, २. श्रीमती इंद्राणी मांडले
शिक्षा- एम.ए. (हिन्दी सा. व राजनीति विज्ञान.),
एल.एल.बी., कोपा - आई. टी.आई, पी.जी.डी.सी.ए.
पेशा- वकालत (जिला एवं सत्र न्यायालय बेमेतरा {छ. ग.})
पता- ग्राम-पोस्ट व थाना - चंदनू , तह. व जिला-बेमेतरा (छ. ग.)
पिन. नं.491335/
ईमेल-manishankar diwakar 5@gmail.com
पद-
1/.कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य,
रूचि- हिंदी,छत्तीसगढ़ी में उद्देश्य प्रेरक एवं हास्य कविता लिखना,पेटिंग करना, टी.वी. देखना, विडीयोग्राफी, फोटोग्राफी करना,
साक्षा संग्रह-
1/ सोनहा बिहान भाग-2,
2/सतनाम हमर पहिचान में प्रकाशित,
3/एक एहसास साहित्य पत्रिका में
4/ नीलांचल काव्यांजली राष्ट्रीय साझा काव्य संकलन (सह संपादक)
5/ माटी मोर मितान
राष्ट्रीय साझा काव्य संकलन
6/ माँ राष्ट्रीय साझा काव्य संग्रह
7/. मेरी कलम से,
प्रकाशित कृतियाँ साझा सकलन -
१/ एक मुस्कान राष्ट्रीय साझा संग्रह,
२/ नीलांचल काव्यांजली राष्ट्रीय साझा काव्य संकलन (सह - संपादक)
कुल सम्मान- 16 सम्मान रत्न प्राप्त,
रचनाए- दैनिक हिंदी समाचार पत्रों में कविता प्रकाशित होती रहती है!

निखिल जैन, पेशे से व्यापारी और शौक से लेखक हैं। निखिल धुले, महाराष्ट्र से संबंध रखते हैं। इन्हें शैक्षनिक तौर पर बी बी एम एवं एम बी ए की डिग्री प्राप्त की है। इन्हें अपना ज्ञान दूसरो के साथ साझा करना, यात्राएँ करना, नई नई खोज करना और रचनात्मकता से अपनी प्रतिभाओं को बेहतर बनाना अत्यंत प्रिय है। इन्हें लिखना पसंद है, क्योंकि इनका मानना है, कि लेखन से हम अपनी आंतरिक भावनाओं का भली भांति बखान कर सकते हैं, क्योंकि जो कहा नहीं जा सकता उसे लिखकर व्यक्त करने में आसानी होती है और व्यक्ति का हृदय और मस्तिष्क दोनों को प्रभावित किया जा सकता है।

इनसे जुड़ने के लिए आप संपर्क कर सकते हैं -

इंस्टाग्राम :- @love.vibes143

ईमेल :- love.vibes143@outlook.com

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