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Meethi ki kalam se / मीठी की कलम से

Author Name: Meethi Si Zindagi | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

हम सभी ने समुद्र मंथन की कहानी सुनी है
है, जहाँ अनगिनत
मणियाँ समुंदर की गहराइयों से उजागर की गई थीं। उसी तरह तरह, यहाँ " मीठी सी ज़िंदगी " के सदस्यों के रूप में हमने एक गहरे
समुंदर में डुबकी लगाई ताकि हम लेखकों के रूप में मणियों
को ढूंढ सकें। इन्होंने सच में यह विश्वास किया कि कलम तलवार
से भी शक्तिशाली हो सकती है। उसी कलम से यह कविताओं
की माला बुनी गई है।
कुछ कविताएँ अनुभवी लेखकों द्वारा लिखी गई हैं
हैं, और कुछ
नए लेखकों द्वारा लिखी गई हैं। लेकिन समग्र रूप में में, सभी ने
इसके लिए अपने सर्वोत्तम प्रयास किए हैं और अद्वितीय
कविताओं के साथ उत्कृष्टता प्रस्तुत की है।
इन कविताओं में विभिन्न विषयों पर रचनाएँ हैं
हैं, जैसे माता पिता
से बच्चों यिं, मित्रों से जीवन और प्यार से दुःख तक। कुछ कविताएँ
अनूठे विषयों पर लिखी गई हैं हैं, जैसे कृतज्ञता करतज्ञता, सत्यसत्य, घरघर, भाषािाषा, बचपनबचपन, समय आदि। लेकिन सभी कविताओं में एक समान बात
हैहै, जो है उनके भावनाओं को कैसे व्यक्त किया गया है और
अपनी भावनाओं से दिल को छू जाने की क्षमता।
इस आशा के साथ के आप सभी इन लेखकों के
काम को पसंद
करेंगेकरेंगे, हम आपका स्वागत करते हैं हमारी पहली कविता पुस्तक
" मीठी की कलम से " का पठन करने के लिए।

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मीठी सी ज़िंदगी

"मीठी सी जिंदगी ज़जिंदगी" फेसबुक ग्रुप ग्रुप, जिसका नाम ही एक मिठास
भरी कहानी सुनाता है। यह मिठास ज़मठास, जो रिश्तों को गहराईयों से
जोड़ने की आवश्यकता को समझाती है। गुलाब की महक को
बंद नहीं किया जा सकता सकता, उसी तरह हमारा यह परिवार भी
हमेशा मिठास और प्यार बिखेरता है।
यह ग्रुप की
स्थापना ७ सितंबर २०२० को हुई हुई,जब कोविड ने विश्व
को घेरा हुआ था। उस समय अगले पल का भी भरोसा नहीं था र्ा, लेकिन हाथ में हाथ और एक दूसरे के साथ से हम उन कठिन
दिनों से उभर आये। हमने इस सफर की शुरुआत कुछ लोगों
के साथ की और धीरे धीरे ग्रुप को बढ़ावा दिया ज़दया, और लोग जुड़ते
गए। आज "मीठी सी जिंदगी ज़जिंदगी" फेसबुक ग्रुप में १००० से भी
अधिक सदस्य हैं।
सुनीता शर्मा
ग्रुप की संस्थापिका और एडमिन हैं हैं, लवीना
हरगुनानी और संतोष मेहता ग्रुप के सह एडमिन हैं। "मीठी सी
जिंदगीज़जिंदगी" ग्रुप के माध्यम से आप अपने लेखन लेखन, नृत्यनरत्य, गायन और
अन्य कलाओं का प्रदर्शन कर सकते हैं।
हमने हमेशा अपने बड़ों
से सिखा है कि सेवा भाव बहुत
महत्वपूर्ण है। इसी भावना के साथ सार्, हमने 'मीठीसेवामीठीसेिा' नामक एक
पहल शुरू की है। इस पहल के माध्यम से से, हम समाज के लिए
अपना योगदान देने का प्रयास कर रहे हैं। आज हम प्रस्तुत कर
रहे हैं हमारी पहली पुस्तक 'मीठी की कलम से से', जिसमें हमारे
सदस्यों द्वारा लिखी गई कविताएँ हैं।

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