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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal“मेरे अल्फाज ही मेरी पहचान है..." एक शायरी पुस्तक है। जिसे पढ़कर आप लोग स्वयं को इससे जुड़ा हुआ पाएँगे और साथ ही इसका आनंद भी उठाएंगे। इस पुस्तक में लोगों की ज़िन्दगी से जुड़े हुए कुछ सवाल-जवाब है। जिन्हें शब्दों का रूप देकर व्यक्त किया गया है। जिंदगी बड़ी अहम होती है इसलिए इसको जितना जीना है खुशी से जियों। क्योंकि पता नही वक्त कब बदल जाये। इसलिए हमेशा ऐसा जियो जिससे किसी को दुख ना पहुँचे और अहम यह नहीं कि आप किसी की खुशी की वजह बने। अहम यह है कि आप और आपके आस-पास वाले खुश है। “मेरे अल्फाज ही मेरी पहचान है..” बहुत अच्छी पुस्तक है। इस पुस्तक में शायर ने अपनी प्रतिभा का जादू दिखाया है, जिसे पढ़कर आप सभी लोग अपने को इनसे अलग नहीं कर पाएँगे। आशा है कि आप सभी लोग इस पुस्तक को पढ़कर विशेष आनंदनुभूति का अनुभव करेंगे, आपके बहुमूल्य प्रतिक्रिया की आशा में।।
शायर नीरज यादव
मेरा नाम नीरज यादव है, मैंने अपनी जो प्रारम्भिक शिक्षा की शुरुआत की उसमें अहम योगदान हमारे माता-पिता, और भाई-बहन का है, उन्होंने हर परिस्थिति में हमारा सहयोग किया, शिक्षा के अगले चरण पर हमने समाज की कुछ ऐसी चुनौतियों को देखा और महसूस किया कि अब अपनी कलम को जुबां देना जरूरी है और फिर हमने लिखना शुरू किया, लिखते-लिखते हमारी कलम में वो तालीम आ गई, जिससे जमाने वालों ने हमारे हुनर का परीक्षण किया और हमें अपनी किताब प्रकाशित करवाने के लिए कहा, जिसके बाद हमने उन सबकी बातों का मूल्यांकन किया और अपनी किताब को प्रकाशित करने का फैसला किया। हमारी शैक्षणिक योग्यताओं में बी.ए स्नातक,एम.ए परास्नातक और एकवर्षीय डिप्लोमा (रिमोट सेंसिंग एंड जी.आई.एस) तथा बी.एड की डिग्रियां सम्मिलित हैं। वर्तमान समय में मैं डिग्री कालेज में भूगोल विषय का असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हूँ।।
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