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MERI IKYAVAN KAVITAYEN SHRINKHALA ( BHAAG - TEN) / मेरी इक्यावन कविताएँ शृंखला (भाग - दस)

Author Name: Dr. Vinay Kumar Singhal "nishchhal" | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

यह मेरा ५३ वाँ एकल काव्य-संकलन है। ईश्वर को ही ज्ञात है कि मैं अपने जीते जी कितने एकल व अन्य काव्य-संकलन प्रकाशित करवा पाऊँगा। प्रयासरत हूँ। मेरा स्वास्थ्य लगभग चार वर्ष से अच्छा नहीं चल रहा। इसलिए यह अनिश्चितता बनी हुई है। शब्द को ब्रह्म कहा गया है और मैं उसी ब्रह्म की गोद में खेलता हूँ, कविता लिखना मेरा व्यसन है। एक लघु खंड-काव्य " राम का अंतर्द्वंद्व " प्रकाशित हो चुका है।

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डॉ. विनय कुमार सिंघल "निश्छल"

मेरा जन्म लाला प्रेम प्रकाश, बिजली वाले व श्रीमती प्रकाश वती के घर बाजार सीता राम, दिल्ली-११० ००६ में ११-०७-१९४९ (श्रावण मास के प्रथम सोमवार) को हुआ। मैंने B.Sc.,LL.B. व गणित, विधि, हिन्दी, अँग्रेज़ी में स्नातकोत्तर अध्ययन के अतिरिक्त पत्रकारिता, ज्योतिष, अंक-विद्या, हस्त-रेखा विज्ञान, सामुद्रिक शास्त्र, गायन, पेंटिंग, पोर्ट्रेट्स, समस्त इनडोर व आउटडोर गेम्स, एथलैटिक्स आदि में दक्षता प्राप्त की। 

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