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10 Years of Celebrating Indie Authors
"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palइस किताब में संगीत ज़रूर है मगर यह किताब संगीत पर नहीं है, यह जीवन में संगीत की मौजूदगी के बारे में है। यह किताब सिर्फ संगीत के पंख लगाकर उड़ती हमारी यादों, ख़्वाबों और उम्मीदों के बारे में है। यह एक ऐसी किताब है, जहां लेखक ने अपने जीवन को छोटी-छोटी कहानियों की तरह देखने की कोशिश की है। हर कहानी के पीछे कोई भूली-बिसरी-सी धुन है, कुछ शब्द हैं, जो ध्वनित होते हैं, जैसे जलतरंग से उठती धुन के साथ पानी में कंपन होता है।
दिनेश श्रीनेत
बीते दो दशकों से भी ज़्यादा समय से दिनेश श्रीनेत स्वतंत्र रूप से सिनेमा सहित विभिन्न दृश्य माध्यमों तथा लोकप्रिय संस्कृति पर लिखते रहे हैं। वह इंटरनेट पर हिन्दी में लिखनेवाले आरंभिक लोगों में से एक हैं। उनकी किताब ‘पश्चिम और सिनेमा’ कई विश्वविद्यालयों में सहायक अध्ययन सामग्री के रूप में अनुमोदित है। दिल्ली विश्वविद्यालय, बीएचयू, एमिटी यूनिवर्सिटी, अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा समेत कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में सिनेमा और दृश्य विधाओं पर व्याख्यान। भारतीय तथा पाश्चात्य सिने शैलियों के तुलनात्मक अध्ययन तथा भारतीय सिनेमा के अचर्चित पहलुओं में विशेष दिलचस्पी। पेशे से पत्रकार दिनेश एक कथाकार भी हैं और उनकी कहानी ‘विज्ञापन वाली लड़की’ उर्दू समेत विभिन्न भाषाओं में अनूदित होकर भारत व पाकिस्तान में चर्चित हो चुकी है। वह इस समय इकोनॉमिक टाइम्स ऑनलाइन के भारतीय भाषा संस्करणों के प्रभारी हैं।
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