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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकहते हैं परिवर्तन इस सृष्टि का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है हर नियम है।
परिवर्तन का अर्थ होता है बदलाव और यह बदलाव हर किसी चीज में आता है चाहे वह हमारी निजी जिंदगी हो, हमारी सामाजिक जिंदगी हो, मौसम हो,व्यवहार हो, जिसमें परिवर्तन आता है। अगर हम देखें तो परिवर्तन कुछ क्षणों में ही अपना रंग बदलता है ।
परिवर्तन के बिना शायद जिंदगी जीना थोड़ा मुश्किल सा हो जाता है रिश्तो में बदलाव अगर ना आए तो कैसे अहमियत पता चलेगा हम किसके लिए कितना जरूरी है और कितना मायने रखते हैं। परिवर्तन की इस सच्चाई से हम खुद को जितना दूर रखते हैं वह हमारे लिए इतना ही मुश्किलें खड़ी करता है क्योंकि परिवर्तन सच्चाई है और सच्चाई से कभी कोई दूर नहीं भाग सकता इसलिए हमेशा परिवर्तन के साथ परिवर्तित हो, खुद को समय के अनुसार और स्थिति के अनुसार ढालने की हमेशा कोशिश करनी चाहिए कौन सी परिस्थिति कब उत्पन्न हो जाए और खुद को उस स्थिति के लिए परिवर्तित करना है। शायद परिवर्तन एक ऐसा पहलू है जिससे हमें सफलता हासिल होती है।
अगर एक पहलू देखा जाए तो जैसे दिन के बाद रात होता है उसी तरह हमारे जीवन में भी हर पल हर घड़ी एक नया मोड़ लेता है और उसी मोड़ को तो हम परिवर्तन का नाम देते हैं।
जो इस परिवर्तन की सच्चाई को समझ लेता है उसे अपने भविष्य में किसी भी तरह की कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता मगर जो इसे समझ नहीं पाते हैं उन्हें कठिनाइयों का भरपूर सामना करना पड़ता है और खुद को वह कितनी भी कोशिश कर ले ना बदलने की मगर उन्हें मजबूरन बदलना पड़ता है और परिस्थिति का सामना करना पड़ता है
वैष्णवी कुमारी
वैष्णवी कुमारी पटना, बिहार की रहने वाली हैं।
वह एक कवयित्री, सह-लेखक और हिंदी लेखिका हैं।
वह NSIT BIHTA में कंप्यूटर साइंस की छात्रा के रूप में पढ़ रही है। उसके शौक नृत्य, गायन और लेखन हैं। वह अपनी भावनाओं को एक कागज पर सजाना पसंद करती है .. वह अपने पिता से प्रेरित है .. वह विभिन्न प्रकाशनों और 10+ विश्व रिकॉर्ड एंथोलॉजी के साथ 100+ सफल एंथोलॉजी की सह-लेखक बन गई है। और अब वह 4 . की लेखिका के रूप में काम कर रही हैं
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