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RAJMAHAL KI DARAVANI AAWAJEN - 600 VARSHON KA INTJAR / राजमहल की डरावनी आवाजें - 600 वर्षों का इंतजार

Author Name: RAKESH KUMAR SISODIYA | Format: Hardcover | Genre : Others | Other Details

यह कहानी 600 वर्ष पूर्व के इल्बिनी राजवंश के राजा और उनके सेनापति के बीच उत्पन्न राजकीय विवाद और तख्तापलट की है परन्तु सेनापति को युद्ध में मारने के बाद राजा के सामने उत्पन्न प्रेत आत्मा के खतरे से संघर्ष की है | वर्तमान में दो दोस्तों में से एक दोस्त प्रेत आत्मा के कब्जें में आ जाता है और फिर उस शैतानी प्रेत आत्मा की मुक्ति के प्रयास किये जाते है | अंतत एक तंत्र विद्या विशेषज्ञ द्वारा इस कार्य को पूरा किया जाता है |

यह कहानी बताती है की कैसे सबसे भयावह बुराइयाँ मानवीय जगत में विकसित हो जाती है और किस प्रकार उस पर विजय प्राप्त की जाती है || यह कहानी रोमांच से भरपूर, सिलसिलेवार मृत्यु, खौफ के साये एवम् अंततः अच्छाई की मौलिक विजय के बारें में बताती है |

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राकेश कुमार सिसोदिया

राकेश कुमार सिसोदिया, (जन्म – 1995) वर्तमान में शिक्षा विभाग, राजस्थान में प्रयोगशाला सहायक के पद पर कार्यरत है | उन्होंने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर से गणित एवम् इतिहास में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है | यह उनकी प्रथम कहानी की पुस्तक है जो भूत प्रेत की कहानियों पर आधारित है और वे बहुत ही रोमांचक और साहसीपूर्ण पात्रों को लिखने में विशेषज्ञ है |

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