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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palमेरी कविताओं में प्यार के उतार - चढ़ाव, सुख - दुख सभी कुछ देखने को मिलेगा, यही तो प्यार को गहराई प्रदान करतें हैं। मैंने अपनी कविताओं को एकदम आसान शब्दों में कहने की कोशिश की है। जिससे यह किसी भी उम्र के लोगों को आसानी से समझ आ जाये। और हर उम्र के पाठकगण मेरी कविताओं का लाभ लें सकें, आनंद उठा सकें। मेरी कविताएं कितनी अनमोल हैं इस बात का निर्णय तो आप पाठकगण ही करेंगे। और मुझे अपना प्यार देंगे।
रत्नाकर सागर
मैं रत्नाकर, मैं एक भारतीय नागरिक हूँ जिस पर मुझे गर्व है। कोरोना काल में मेरा जीवन समाप्त हो सकता था, मेरा बचना लगभग नामुमकिन सा था। उस वक़्त मेरी "साँझ" ने मेरा बहुत हौसला बढ़ाया। और फिर अचानक चमत्कार हुआ, मुझे नया जीवन मिला। और तब मुझे यह एहसास हुआ कि मैं अपनी रचनाओं को ज़माने से छुपा कर कितनी बड़ी गलती कर रहा था। और तब मैंने यह निश्चय किया कि मैं अपनी रचनायें इस ज़माने को सौंप दूँगा। जिससे मेरी रचनाएं और मेरा प्यार दोनों ही जीवित रहेंगे।
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