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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palमाँ ने बालकिशन से पूछा,""ये लड़की कौन है ?"
उसने पूरी कहानी सुना दी और कहा,"अब ये तुम्हारी शरणागत है। वल्कि हम दोनों ही तुम्हारे शरणागत है। जैसी तुम्हारी आज्ञा होगी करेंगे। "
माँ ने लक्ष्मी का हाथ पकड़ा और कहा , "इसे मैं अपनी शरण में लेती हूँ। अपनी लड़ाई तुम्हे खुद लड़नी होगी।" यह कहकर वह लक्ष्मी को अपने साथ घर के अंदर ले गयीं। "
बालकिशन थोड़ी देर किंकर्तव्य विमूढ़ खड़ा रहा।
रवि रंजन गोस्वामी की संकल्प पुस्तक को 2024 का साहित्य स्पर्श सम्मान मिला है ।
रवि रंजन गोस्वामी
रवि रंजन गोस्वामी एक सेवानिवृत सहायक सीमा शुआयुक्त ल्क हैं। वह झांसी, उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं। वह एक द्विभाषी लेखक हैं, जो हिंदी और अंग्रेजी में लिखते हैं। इन्हें Storymirror.com पर वर्ष 2019 का लेखक नामित किया गया था। उन्होंने उपन्यास, कहानी संग्रह और कविता संग्रह मिलाकर 20 से अधिक किताबें लिखी हैं। आपकी ऑन लाइन साहित्यिक वेब साइटस और इ -मैगजीन में अनेक लघु कहानियाँ एवं कविताएं प्रकाशित हो चुकी हैं । आपकी कुछ सबसे लोकप्रिय पुस्तकें नाकाम दुश्मन, लुटेरों का टीला, चंबल और अष्ट योगी (उपन्यास) हैं।
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