You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palमानव जीवन भाव केन्द्रित है। माँ का अपने शिशु के प्रति ममत्व भाव हो अथवा एक सैनिक का अपने देश के प्रति समर्पण भाव, किसी जीव के प्रति दया करुणा का भाव हो या एक प्रेमी का अपनी प्रेयसी के लिए प्रेम भाव, सम्पूर्ण विश्व में विभिन्न भाषाओं में इन्हीं भावों को शब्दों के माध्यम से एक सूत्र में पिरो कर काव्य का निर्माण किया जाता रहा है। भारत देश में भी काव्य का इतिहास अत्यंत समृद्ध है जिसके बारे में हम परिचित हैं, फिर वो तुलसीदास जी से लेकर मीरा बाई जी हों या दुष्यंत कुमार जी से लेकर गोपाल दास ‘नीरज’ जी। मनुष्य मस्तिष्क विभिन्न कल्पनाओं का स्रोत रहा है, जब इन्हीं कल्पनाओं को भाव और शब्दों का साथ मिलता है तो वह एक कविता के रूप में हम सब के सामने आती है। प्रस्तुत संकलन वर्तमान में युवा रचनाकारों के कविता प्रेम को ध्यान में रख कर प्रकाशित किया गया है। सम्पूर्ण भारत में वर्तमान में अनेक युवा हिंदी लेखन के प्रति आकर्षित हुए हैं, वह ना सिर्फ विभिन्न काव्य पाठ के आयोजनों में शामिल होते हैं अपितु वह अपने लेखन को अन्य सामाजिक माध्यमों से पाठकों तक पहुँचाते रहते हैं। ऐसे युवा कवि अथवा कवयित्री विभिन्न भावों को कल्पना और वास्तविकता की डोर में शब्द रूपी सुगन्धित पुष्पों-सा पिरो कर नित प्रतिदिन कविता को सार्थक स्वरुप प्रदान करते रहते हैं।
पूर्वी गोलछा
मैं पूर्वी गोलछा, बीकानेर राजस्थान से हूँ। मैं गुजरात में पली बड़ी हूं। मैंने नैमिषारण्य गुरुकुल भावनगर से अपना हाईस्कूल किया और वर्तमान में सेंट जेवियर्स कॉलेज से बीसीए कर रही हूं। लेखन मेरे लिए तनाव निवारक के रूप में काम करता है। मुझे अब 7 साल हो गए हैं और यात्रा अब तक अद्भुत रही है। मैंने सीखना बंद नहीं किया है। शब्दभाव की लहरें मेरी पहली पुस्तक है जहां हमने देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों की कविताओं को एक साथ रखा है। इससे पहले मैं एक एंथोलॉजी, फ्लेवर्स ऑफ इंस्टाग्राम में प्रकाशित हो चुकी हूं। मैं राज्य स्तर का शतरंज खिलाड़ी रहा हूं और यह मेरा पसंदीदा खेल है। मैंने स्कूल स्तर पर गायन, नाट्यशास्त्र में स्थान प्राप्त किया है। मुझे चेस्टर बेनिंगटन और कुछ पुराने हिंदी क्लासिक्स के गाने सुनना बहुत पसंद है। इसके अलावा मैं एयर विंग की एनसीसी कैडेट भी हूं। मैं सशस्त्र बलों में अपना करियर बनाना चाहती हूं। जीवन कभी किसी के लिए आसान नहीं होता है, बस यह है कि आप इसे कैसे लेते हैं। :)
ज़िन्दगी दो पल की है, रूठ कर वक्त गवाया नहीं करते। "दो पल की है ज़िन्दगी, रूठ कर वक्त गँवाया नहीं करते।"
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.