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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal“समाज और लड़कियां” समाज में रहने वाली हर लड़की और महिला को समर्पित एक पुस्तक है। जो समाज में रहकर कहीं ना कहीं समाज से जूझ रही है। इस पुस्तक के जरिए हम किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचना चाहते। इस समाज में हर कोई अपने आप में ही अपनी परेशानियों से जूझ रहा है। लेकिन एक लड़की के लिए इस समाज में रहना और अधिक कठिन हो जाता है। और उन्हें कदम कदम पर समाज के द्वारा कुछ ना कुछ झेलना ही पड़ता है। इस पुस्तक के द्वारा हम उन सभी को प्रेरित करना चाहते हैं कि वो भी समाज की बेड़ियों को तोड़कर आगे बढ़ सकें और अपना और अपने माता पिता का नाम रोशन कर सकें।
धन्यवाद्।
विजय सिंह पँवार , रेन्सी बोघरा
compiler
विजय सिंह पँवार देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रहने वाले हैं तथा इन्होंने यहीं से बचपन से लेकर अब तक सारी शिक्षा-दीक्षा प्राप्त की। यह रुद्रप्रयाग जिले के सुदूर गाँव गौंडार के मूल निवासी हैं। इन्होंने दो पंक्ति के शेर, चार पंक्ति की शायरी, लघु कविता, कविता विधा में अनेक रचनाएं लिखी हैं। और वह अपनी एकल पुस्तक प्रकाशित करवा चुके हैं जिसका नाम “मेरी ज़िन्दगी के किस्से” है।
Co- compiler
वह रेंसी भरतकुमार बोघरा हैं। वह सुंदर पैलेस राज्य गोंडल से है। वह व्यावसायिक पाठ्यक्रम सीए की छात्रा है। वह दुनिया को अपनी सोच से देखती है और लिखने के लिए प्रेरित करती है, जो दैनिक जीवन से संबंधित है। वह अपनी खुद की किताब प्रकाशित करना चाहती है जो लोगों को प्रेरित करती है जिनकी सोच अद्भुत है लेकिन वे उस कौशल को विकसित करने की कोशिश नहीं करते हैं। आशा है कि एक दिन वह अपने सपने को पूरा करेगी। आप उसे इंस्टा पर फॉलो कर सकते हैं @bas.cha.sudhi
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