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Talib / तालिब राही को चाह मंज़िल की

Author Name: Satish Kumar (Raahi) | Format: Hardcover | Genre : Poetry | Other Details

तालिब का मतलब है किसी चीज की शिद्दत से चाह रखने वाला। जैसे राही को चाह मंज़िल की। कुछ ऐसी ही दिल को छू जाने वाली शायरी लाया हूँ मैं आपके लिए, जिनको पढ़ कर आप कहीं ना कहीं खुद से जोड़के देखेंगे।

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सतीश कुमार (राही)

सतीश कुमार... एक ऐसा इंसान, जिसने बोहत से लोगों को अपने लेखन से ज़िन्दगी के सही मायने समझाए हैं. बचपन से ही गाने का शौक रखते हुए अपनी ज़िन्दगी को जीना शुरू किया मगर काफी मुश्किलों के बावजूद, इन्होने हार नहीं मानी और उन सभी मुश्किलों को अपनी शायरी का रूप दिया. अपनी सोच का जादू इस्तेमाल किया और अपनी शायरी और कविताओं से न जाने कितने लोगों को अंधेरों की गहराइयों से बाहर निकला. एक बेहद मध्यवर्गीय परिवार में पला बढ़ा ये शख्स बोहत ही गहरी सोच रखते हैं, जो अपने चारो तरफ की चीजों के बारे में लिखना पसंद करते हैं और अपने रास्ते में आने वाली हर कठिनाइयों को जीतने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. दिल से एक कलाकार और आईटी पेशे से व्यापार। एक बहुत ही कम उम्र में एक प्रसिद्ध कंपनी में आईटी इंजीनियर के रूप में अपना करियर शुरू किया जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस बीच, उन्होंने कला के लिए अपने जुनून और प्यार के लिए कुछ समय लिया। वह सोशल मीडिया पर अक्सर अपनी कविता और उद्धरण भी अपलोड करते हैं (ज्यादातर इंस्टाग्राम पर जहां उनके पेज को Ek_Raahi के रूप में जाना जाता है)। यह पुस्तक उनके सर्वश्रेष्ठ लेखन का एक संग्रह है जो निश्चित रूप से आपको खुद का अनुभव कराएगा।

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