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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palआपने संघर्ष किया है बचपन से ही।
संघर्ष के बाद आपने बहुत कुछ अर्जित कर लिया है। फिर एक दिन आपको अपना सच्चा प्रेम भी मिल जाता है। सब कुछ सही चल रहा है। प्रेम में डूबी जिंदगी, परिवार और समृद्धि।
इससे अधिक आपको क्या चाहिए?
लेकिन कुदरत को यह मंजूर नहीं है।
दुनिया में तबाही मची हुई है।
इक्कीसवीं सदी की सबसे खतरनाक महामारी आपके पीछे पड़ जाती है।
दाव पर है आपका सच्चा प्रेम।
आपके परिवार की जिंदगी।
आप के पास इस शक्तिशाली शत्रु से युद्ध करने के अधिक संसाधन नही हैं।
इस कोरोनावायरस को मारने की कोई दवा अभी नहीं बनी है।
पर आपको यह युद्ध करना ही है।
निहत्थे।
अपने अस्तित्व के लिए।
अपने प्रेम को बचाने के लिए।
क्या कोई विकल्प है?
जिंदगी की कई परतों को एक के बाद एक खोलती हुई एक अद्भुत प्रेम गाथा जो पहले कभी नहीं कही गई।
अतुल प्रभा
अतुल शिक्षा से लागत एवं प्रबंधकीय लेखाकार (Cost and Management Accountant) हैं। पेशे से वह विदेशी ग्लोबल निजी कंपनियों में बीस साल से वित्तीय प्रमुख (Finance Head) का काम कर रहे हैं। जापानी, कोरियाई, जर्मन, फ्रेंच, कैनेडियन, कई देशों की कंपनियों में उन्होंने अब तक वित्तीय प्रमुख के रूप में काम किया है। एशिया और यूरोप में काम के सिलसिले में काफी भ्रमण भी किया है। बाहर जा कर उन्होंने अनुभव किया कि भारत कितना खूबसूरत है।
साहित्य का उन्हे दस साल की उम्र से चस्का लगा। उन्होंने हजारों किताबें पढ़ीं पर पहला उपन्यास अब लिखा है जब उनके पास कहने को एक बेजोड़ प्रेम गाथा है जिसका दायरा पचास सालों तक फैला हुआ है।
उनका कहना है, "ये हम सब की कहानी ही तो है। बहुत मुमकिन है आपको पसंद आए।"
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