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Tum Ek Paheli Ho / तुम एक पहेली हो

Author Name: Dr. Satyendra Verma | Format: Hardcover | Genre : Poetry | Other Details

ये अदृश्य प्रेम की एक मात्र परिकल्पना है. इसका सम्बंद व्यक्ति विशेष से नहीं है| इनका सृजन मन की विभिन्न भावनाओं  की अनुभूति का एक प्रतीक है| यूं तो शायद जीवन में सभी कुछ नियति "Destiny" के अनुकूल ही होता होगा, किन्तु जब वो किसी के साथ घटित होता है तो लगता है उसमे कितनी प्रतिकूलता, कितनी निराशा, कितने अधूरे सपने  हैं, जैसे कोई अपना बिछुड़  गया हो… और ये जीवन के विभिन्न पड़ाव में शायद सभी ने अनुभव किया होगा|

हिंदी  प्रमुख  विषय न होते हुए भी सत्येंद्र को हिंदी में अकविता लिखने का शौक है जिनका  सृजन एक मात्र कल्पना पर आधारित है| इन कविताओं का किसी व्यक्ति विशेष से सम्बन्ध नहीं है|

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डॉ. सत्येन्द्र वर्मा

सत्येंद्र अमेरिका के निवासी हैं| इन्होने स्नातक (BSc) विज्ञान और गणित में गवर्नमेंट कॉलेज, अजमेर (1963) से किया, MA अर्थशास्त्र (1969) में राजस्थान विश्वविद्यालय से प्रथम स्थान प्राप्त कर 10 वर्षों तक अर्थशास्त्र विभाग जयपुर में प्राध्यापन किया| तत्पश्चात 1969 में Fulbright Scholarship लेकर University of Maryland, USA गए और अर्थशास्त्र में  PhD कर के कुछ समय वहां Consumer Economics विभाग में पढ़ाया, कुछ समय The World Bank में कार्यरत रहे, और फिर American Association of Retired Persons (AARP), Washington DC में Senior Research Advisor के पद पर आसीन रह कर 2012 में अवकाश प्राप्त किया. अवकाशरत रहते हुए भी University of Maryland में 2020-21 तक प्राध्यापन किया|   

सत्येंद्र की पत्नी, शशि वर्मा, MA (Economics) एवं  MA (Music) (गायन) हैं और Maryland-Virginia Metropolitan Area में 1981 से वर्तमान तक संगीत का प्राध्यापन तथा समय समय पर भारतीय संगीत पर ज्ञान-वार्ता देती आ रहीं हैं और इन्हे विशिष्ठ सम्मान प्राप्त है| सत्येंद्र की पुत्री आस्था एक सरकारी अफसर हैं; पुत्र कुशाग्र Spine Surgeon हैं; पुत्रवधु केटी औसली Dermatologist हैं; पोत्री क्लारा एवं पोत्र डेविन हैं|  

सत्येंद्र एक अर्थशात्री है, हिंदी भाषा में पारंगत न होते हुए भी उन्होंने अपने भावों को अकविता के रूप में  अभिव्यक्त करने का प्रयत्न किया है|

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