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Vical ki Vyakul Kavitayein / विकल की व्याकुल कवितायेँ

Author Name: Dr Janardan Prasad Vical | Format: Paperback | Genre : Others | Other Details

ए कविताएं मुख्य तौर ब्यथा से भरी हुई है। ये ब्यथा मेरे जीवन का यथार्थ से जुड़ा है। दर्द की कोई परिभाषा नहीं होता हैवो तो अपने अजीज खोने उसका बिछड़ने का होता हैमेरी ब्यथा भी अपने प्राणप्रिय प्रणेशवरी के लिए है जो आज इस दुनियाँ को छोङ का एक इस दुनियाँ में चली गई है जहाँ से कोई वापस कभी नही आता है सिर्फ उनकी याद ही रह जाती है। 

बस उसके बाद दर्द तड़प और तन्हाई रह जाती है। मुझे पता नहीं था की एक ऐसा भी वक्त आएगा की मुझे उसके बारे की 

तन्हाई में उसके बगैर जिंदगी बितानी पड़ेगी।। 

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डॉ जनार्दन प्रसाद विकल

लेखक डॉक्टर हैं और वे कविता भी लिखते हैं। यह हिंदी भाषा में उनकी पहली कविता पुस्तक है।

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