कवयित्री के विचार
मेरे लिए बड़े हर्ष का विषय है कि "बांसुरी की जिंदगी" मेरा पहला काव्य संग्रह प्रकाशित होने जा रहा है जिसमें मैंने साधारण भाषा में अपनी कविताओं का सृजन किया है ताकि पाठक आसानी से भावों को समझ सके सभी कविताएं आम जीवन के इर्द-गिर्द हैं यदि मुझसे कोई त्रुटि हुई हो या व्याकरण की दृष्टि से कोई त्रुटि रही हो तो मैं क्षमा प्रार्थी हु। मेरे पतिदेव आदरणीय प्रिंसिपल बलराज गर्ग साहब जी ने मुझे हमेशा खुलकर लिखने की प्रेरणा दी। लिखते लिखते कब छोटी-छोटी कविताओं ने संग्रह का रूप धारण कर लिया पता ही नहीं चला। मुनि समकित द्वारा मेरी पुस्तक "बांसुरी की जिंदगी" का नामकरण हुआ एवं राष्ट्रीय कथावाचक पंडित राधे कृष्ण महाराज जी एवं समकित मुनि जी का आशीर्वाद विशेष रूप से मुझे मिला।
मीना गर्ग
जिला जींद हरियाणा