मैं अग्रजसम भाई वीरेन्द्र प्रधान जी को उनके इस कविता संग्रह के प्रकाशन पर हार्दिक बधाई देती हूं तथा मुझे विश्वास है कि उनकी कविताएं पाठकों को रुचिकर लगेंगी एवं आंदोलित करेंगी।
डॉ. (सुश्री) शरद सिंह
वरिष्ठ साहित्यकार, कवयित्री
समीक्षक एवं स्तम्भ लेखिका