जब हम दलितों की स्वतन्त्रता के इतिहास की बात करते हैं तो अनायास ही हमारा ध्यान दलितों द्वारा हिन्दू धर्म की गुलामी से मुक्ति पाने के लिए समय समय होते रहे बिभिन्न आंदोलनों की तरफ जाता है, जिनमें अन्य समाज सुधारकों के साथ ही संत कबीर, संत रैदास, भगवान बुद्ध और बाबा साहब अम्बेडकर प्रमुख रूप से रहे हैं।