Share this book with your friends

Neend Kam, Khwaab Zyada / नींद कम, ख़्वाब ज़्यादा

Author Name: Dinesh Shrinet | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

इस किताब में संगीत ज़रूर है मगर यह किताब संगीत पर नहीं है, यह जीवन में संगीत की मौजूदगी के बारे में है। यह किताब सिर्फ संगीत के पंख लगाकर उड़ती हमारी यादों, ख़्वाबों और उम्मीदों के बारे में है। यह एक ऐसी किताब है, जहां लेखक ने अपने जीवन को छोटी-छोटी कहानियों की तरह देखने की कोशिश की है। हर कहानी के पीछे कोई भूली-बिसरी-सी धुन है, कुछ शब्द हैं, जो ध्वनित होते हैं, जैसे जलतरंग से उठती धुन के साथ पानी में कंपन होता है।

Read More...

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Also Available On

दिनेश श्रीनेत

बीते दो दशकों से भी ज़्यादा समय से दिनेश श्रीनेत स्वतंत्र रूप से सिनेमा सहित विभिन्न दृश्य माध्यमों तथा लोकप्रिय संस्कृति पर लिखते रहे हैं। वह इंटरनेट पर हिन्दी में लिखनेवाले आरंभिक लोगों में से एक हैं। उनकी किताब ‘पश्चिम और सिनेमा’ कई विश्वविद्यालयों में सहायक अध्ययन सामग्री के रूप में अनुमोदित है। दिल्ली विश्वविद्यालय, बीएचयू, एमिटी यूनिवर्सिटी, अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा समेत कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में सिनेमा और दृश्य विधाओं पर व्याख्यान। भारतीय तथा पाश्चात्य सिने शैलियों के तुलनात्मक अध्ययन तथा भारतीय सिनेमा के अचर्चित पहलुओं में विशेष दिलचस्पी। पेशे से पत्रकार दिनेश एक कथाकार भी हैं और उनकी कहानी ‘विज्ञापन वाली लड़की’ उर्दू समेत विभिन्न भाषाओं में अनूदित होकर भारत व पाकिस्तान में चर्चित हो चुकी है। वह इस समय इकोनॉमिक टाइम्स ऑनलाइन के भारतीय भाषा संस्करणों के प्रभारी हैं।

Read More...

Achievements

+1 more
View All